दौसा ब्यूरो रिपोर्ट।   

रविवार को विधानसभा चुनाव के कांग्रेस के प्रचार को धार देने में कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक बार फिर दौसा आए। दोपहर करीब 1 बजे राजेश पायलट स्टेडियम में राहुल ने सचिन पायलट के साथ जनसभा को सम्बोधित किया। एक साल के भीतर गांधी परिवार के किसी सदस्य का यह तीसरा और राहुल गांधी का दूसरा दौरा था। इससे पहले राहुल गांधी 'भारत जोड़ो यात्रा' के राजस्थान चरण में दौसा से गुजरे थे और सम्बोधन भो किया था। तब उन्हें जबरदस्त रेस्पोंस मिला था।  लोग सड़क के दोनों ओर राहुल के समर्थन में घंटो खड़े रहे थे। 

आज भी लोग यूट्यूब पर उस समय के वीडियो एक दुसरे को भेजते हैं। उस दौरान राहुल की यात्रा को लेकर कई प्रसिद्द स्थानीय गायकों ने गीत बनाकर यूट्यूब पर जारी किए थे जिन्हें ररहुल की रैली में आते हुए भी सुना जा रहा था।   


यहां राहुल गांधी ने राहुल गांधी ने एक बार फिर अडानी का नाम लेकर तीखे प्रहार किए और केंद्र सरकार की पूंजीपतियों से मिलीभगत को उजागर किया। उन्होंने कहा कि हम भारत माता की जय वाला हिंदुस्तान बनाना चाहते हैं। हमारी भारत माता देश के दलित, आदिवासी, किसान, महिलाएं और पिछड़े हैं। कांग्रेस इसी भारत माता की जय बोलती है। राहुल ने भाजपा पर गिने चुने लोगों के फायदे के लिए काम करने का आरोप लगाया।  

 
राहुल गांधी ने ओबीसी वोट बैंक को भी साधा।

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के 90 बड़े अधिकारियों में ओबीसी की संख्या बहुत कम है। उद्योगपतियों में भी ओबीसी की संख्या नगण्य है। उन्होंने राजस्थान सरकार की ओर से दी जा रही 7 गारंटियों का जिक्र किया।

उन्होंने कहा बीजेपी वाले भारत माता की जय करते हैं, लेकिन हिंदुस्तान के गरीब लोग, पिछड़े दलित आदिवासी, गरीब जनरल को कहते हैं अंग्रेजी मत सीखना, हिंदी सीखना। राहुल ने इसे भारत माता के नाम पर गरीबों को गरीब ही रखने की सोच बताया। 

दौसा जिले के कांग्रेस प्रत्याशियों के साथ राहुल गांधी व सचिन पायलट।
दौसा जिले के कांग्रेस प्रत्याशियों के साथ राहुल गांधी व सचिन पायलट।

2024 के चुनाव में पूरा इंजन ही फेल देंगे- पायलट

सभा को संबोधित करते हुए पूर्व डिप्टी सीएम और पीसीसी चीफ सचिन पायलट ने भाजपा की डबल इंजन की सरकार की हवा निकालने में कोई कसर नहीं छोड़ी।  डबल इंजिन की सरकार पर निशाना साधते हुए कहा पायलट ने कहा कि कांग्रेस ने भाजपा का एक इंजन हिमाचल में व दूसरे को कर्नाटक में फेल कर दिया और अब 2024 के लोकसभा चुनाव में पूरा इंजन ही फेल देंगे।

पायलट ने जिले के सभी कांग्रेस प्रत्याशियों का नाम लेते हुए कहा हम सभी आपकी सेवा करते हुए आए हैं, ऐसे में 25 नवंबर को सभी बातें भुलाकर कांग्रेस को वोट देकर सभी उम्मीदवारों को जिताए।

पायलट ने राहुल गांधी को भरोसा दिलाते हुए कहा दौसा जिले ने हमेशा कांग्रेस पार्टी को समर्थन दिया है। कुछ लोग छोटी-मोटी टोका-टकी करते रहते हैं, लेकिन हम सब लोग मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं और भाजपा को शिकस्त देंगे। पायलट ने सभा में मौजूद भीड़ के हाथ खड़े करवाकर कांग्रेस प्रत्याशियों के लिए समर्थन मांगा।

मंच पर राहुल गांधी से गुफ्तगू करते सचिन पायलट।
मंच पर राहुल गांधी से गुफ्तगू करते सचिन पायलट।

कांग्रेस ही सशक्त विकल्प

उन्होंने कहा 25 नवंबर को होने वाली वोटिंग के जरिए हमें राजस्थान का भविष्य तय करना है। आपको कांग्रेस पार्टी की नीति, नीयत और नेतृत्व के आधार पर समर्थन करना चाहिए। केंद्र सरकार ने पिछले 10 वर्षों में किसान, युवा और पिछड़े वर्गों के हितों का दमन किया है। ऐसे मैं अब पूरे देश के लोग बदलाव चाहते हैं और कांग्रेस ही सशक्त विकल्प है।

तय समय पर पहुंचे राहुल, सेफ हाउस में रूके

बूंदी में सभा को संबोधित करने के बाद राहुल गांधी तय समय दोपहर करीब एक बजे हेलीकॉप्टर से दौसा के राजेश पायलट स्टेडियम पहुंचे। जहां पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट नहीं पहुंचे थे। ऐसे में सचिन पायलट के पहुंचने तक राहुल गांधी सेफ हाउस में रूके। वहीं पायलट का हेलीकॉप्टर भांकरी रोड स्थित हेलीपैड पहुंचने के बाद राहुल गांधी मंच पर पहुंचे। इसके कुछ देर बाद सचिन पायलट भी सभा स्थल पर पहुंचे। तब जाकर सभा शुरू हो सकी।

सभा में बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ पहुंची।
सभा में बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ पहुंची।

नारेबाजी से नाराज हुए पायलट

राहुल गांधी के भाषण के दौरान भीड़ में से युवाओं ने सचिन पायलट व मुरारीलाल मीणा के समर्थन में जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी। इससे राहुल के भाषण में खलल पड़ा तो सचिन पायलट तुरंत हरकत आए और युवाओं को रूकने के लिए इशारा किया। इसके बावजूद युवक नारेबाजी करते हुए नहीं रूके तो पायलट गुस्से में आकर कुर्सी से उठने लगे। तब जाकर नारेबाजी बंद हुई।

पूर्व सैनिकों ने भी लगाए नारे

राहुल गांधी के भाषण के दौरान भीड़ के बीच में बैठे पूर्व सैनिकों ने भी नारेबाजी शुरू कर दी। बीच-बीच में कई बार नारे लगाने से राहुल का ध्यान उधर गया और उनके मुद्दे पर भी बोलने की बात कहते हुए शांत किया।

ये भी रहे मौजूद

कांग्रेस की सभा में दौसा से प्रत्याशी मुरारीलाल मीणा, सिकराय से ममता भूपेश, बांदीकुई से जीआर खटाना व महुवा से ओमप्रकाश हुड़ला समेत प्रदेश सह प्रभारी अमृता धवन, जिलाध्यक्ष रामजीलाल ओढ़, जिला प्रमुख हीरालाल सैनी, सविता मीणा, उपजिला प्रमुख मानदाता मीणा, ब्लॉक अध्यक्ष हेमराज निमाली समेत प्रधान व कांग्रेस पदाधिकारी मौजूद रहे। जबकि लालसोट से प्रत्याशी परसादीलाल मीणा सभा में नहीं पहुंचे।

दौसा में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान आए थे

इससे पहले 16 दिसम्बर 2022 को भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी दौसा जिले से गुजरे थे, वहीं पिछले 20 अक्टूबर को कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी भी जिले के दौरे पर आई थी। प्रियंका ने सिकराय क्षेत्र के कांदोली में सभा को सम्बोधित करने के बाद मेहंदीपुर बालाजी मंदिर पहुंचकर दर्शन भी किए थे। ऐसे में कांग्रेस का गढ़ माने जाने वाले दौसा जिले में गांधी परिवार की दौरे कई सियासी संदेश दे रहे हैं।

नाराजगी दूर करने की रणनीति
कांग्रेस की राजनीति में पायलट परिवार का दौसा जिले में पिछले लम्बे समय तक दबदबा रहा है और 2018 के विधानसभा चुनाव के वक्त दौसा समेत पूर्वी राजस्थान के लोगों को उम्मीद थी कि तत्कालीन पीसीसी अध्यक्ष सचिन पायलट को सरकार गठन में बड़ी जिम्मेदारी मिलेगी। लेकिन ऐसा नहीं होने से लोगों में कांग्रेस के प्रति नाराजगी बढ़ी और मानेसर प्रकरण के बाद लम्बे समय तक सचिन पायलट को कांग्रेस पार्टी द्वारा पद नहीं देने से खास तौर पर गुर्जर समाज में नाराजगी देखने को मिली।

प्रत्याशियों के विरोध का भी डैमेज कंट्रोल
कांग्रेस द्वारा टिकट फाइनल करने के बाद जिले के सिकराय, लालसोट व दौसा में कांग्रेस प्रत्याशियों का लगातार विरोध देखा जा रहा है। जिले के कई गांवों में तो कांग्रेस प्रत्याशियों को प्रचार के लिए घुसने ही नहीं दिया जा रहा, कहीं काले झंडे दिखाए जा रहे हैं तो कहीं पथराव के वीडियो भी सामने आए हैं। ऐसे में राहुल गांधी व सचिन पायलट की सभा के बाद कांग्रेस प्रत्याशियों के हो रहे विरोध में भी कमी आने की उम्मीद लगाई जा रही है।

वहीं सियासी जानकारों को मानना है कि गुर्जरों की नाराजगी दूर करने के लिए ही राहुल गांधी दौसा में सचिन पायलट को साथ लेकर मीटिंग करेंगे। जिससे दौसा जिले समेत पूर्वी राजस्थान के लोगों को पायलट के कद व पार्टी में उनकी भूमिका को लेकर सियासी संदेश दिया जा सके। हालांकि राहुल व पायलट की सभा को लेकर कई तरह की चर्चाएं भी छिडी हुई हैं।