कोटा ब्यूरो रिपोर्ट।
बीजेपी की ओर से लगातार चंबल रिवर फ्रंट पर नियमों की अनदेखी के लगाए जा रहे आरोपों पर मंत्री शांति धारीवाल ने जवाब देते हुए कहा कि अजमेर के लोगों से झूठी शिकायत एनजीटी में करवाई गई। एनजीटी की टीम दो दिन कोटा आकर चंबल रिवर फ्रंट की विजिट भी करके गई है। हमने किसी नियम की अवहेलना नहीं की। एनजीटी की टीम की रिपोर्ट में यह भी साफ हो जाएगा। वहीं उन्होंने वन विभाग की ओर से चंबल रिवर फ्रंट मामले पर दिए गए क्लीयरेंस का पत्र भी दिखाते हुए कहा कि षडयंत्र पूर्वक फर्जी नोटिस जारी किया गया था।
मुख्य वन संरक्षक एवं कोटा के उपवन संरक्षकों द्वारा रिवर फ्रंट के बारे में स्पष्ट आदेश जारी किया है कि रिवर फ्रंट में नियमों की अवहेलना होती हुई कहीं भी नजर नहीं आ रही वही वाइल्डलाइफ विभाग की ओर से भी क्लेरेंस जारी की गई हैं। कोटा में निजी बिजली कंपनी को लेकर भी मंत्री शांति धारीवाल ने बीजेपी पर हमला बोला और कहा कि तत्कालीन भाजपा के विधायकों ने बिजली कंपनी को कोटा में लाने के लिए सहमति दी गई।
हमारी सरकार बनते ही हमने बिजली कंपनी के कारनामों को उजागर किया। वहीं कोटा में एयरपोर्ट को लेकर भी पीएम मोदी की ओर से राज्य सरकार पर लगाए गए आरोप का भी मंत्री शांति धारीवाल ने पलटवार करते हुए कहा कि केंद्र सरकार के नागरिक उद्यान मंत्री खुद कह रहे हैं कि राज्य सरकार ने हमें एयरपोर्ट के लिए जमीन आवंटित कर दी है जो अतिरिक्त जमीन है वह वन विभाग में आती है।
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