बरसात बहुत बार तेज आंधी और गर्जना के साथ आती है ऐसा हम देखते ही रहते हैं। कभी कभी
यह भी सुनते हैं कि आकाश से चमकती बिजली किसी व्यक्ति पर गिरी और वह व्यक्ति मारा गया।
अमेरिका में हुए कई अध्ययन बताते हैं वहां साल में कोई 4 करोड़ बार आकाश से धरती पर
बिजली गिरती है और 10 लाख में से 1 बार की संभावना रहती है कि यह तड़ित किसी मनुष्य
पर गिरेगी। इस तरह से प्रतिशत के हिसाब से तो संभावना क्षीण नजर आती है पर असंख्य बार
आकाश से धरा पर विद्युत प्रवाह होने के कारण मनुष्य या पशुओं के इसका शिकार होने की
संभावना को नकारा नहीं जा सकता है। बरसात और विशेषकर तूफानी बरसात के दौरान उमस बढ़
जाती जाती है तो काफी लोग राहत पाने के लिए नहा लेते हैं। यहां यह जानना रोचक एवम्
फायदेमंद हो सकता है कि तूफानी बरसात के दौरान गरजते, बरसते और कड़कते बादलों के नीचे
स्वयं अपने बाथरूम में नहाना कितना सुरक्षित हो सकता है। प्रथम दृष्टि में तो अपने घर के अंदर बाथरूम में नहाना, खासकर तब जब आजकल पानी के प्लास्टिक
पाइप्स का उपयोग होने लगा है, सुरक्षित माना जा रहा है। परंतु क्या प्लास्टिक पाइप्स
सुरक्षा प्रदान करते हैं ? माना बिजली प्लास्टिक में नहीं बहती परंतु पाइप के अंदर
का पानी तो विद्युत प्रवाह का एक बेहतर माध्यम है। अब यदि जब कोई व्यक्ति इस समय स्नान
का आनंद ले रहा है और मकान पर तड़ित प्रवाह हो जाए तो नल के पानी के साथ आकाशीय बिजली
उसके शरीर में प्रवेश कर सकती है। इसी तरह बर्तन या हाथ धोना, मोबाइल फोन चार्ज करना,
टीवी का दर्शन, इलेक्ट्रिक शेवर आदि का तूफानी बरसात के दौरान उपयोग असुरक्षित माना
जायेगा। मकान पर जब आकाश की तड़ित का प्रवाह होता है तो विद्युत वितरण पूरे मकान पर
फैल जाता है इसलिए ऐसी बिजली का गिरना खुले मैदान में लगे तंबू या किसी पेड़ के नीचे
खड़े व्यक्ति या पशु की तुलना में काफी सुरक्षित होता है। घर पर तड़ित चालन से मृत्यु
की संभावनाएं तो कम होती हैं परंतु नाक, कान, आंख या त्वचा को काफी नुकसान हो सकता
है।यहां एक अन्य बात का भी ध्यान रखना चाहिए। आकाश की बिजली 10 से 15 किलोमीटर की
दायरे में जा सकती है। इसका मतलब यह है कि बादलों की जो गर्जना हमें सुनाई देती है
उस दूरी तक के बादलों में उत्पन्न तड़ित हमें नुकसान पहुंचाने में सक्षम होती है इसलिए
जब तक बदल गरज रहे हों तब तक घर के पानी के स्त्रोतों और बिजली के प्लग द्वारा संचालित
साधनों से दूर रहना एक अच्छा निर्णय होता है। माना कि आकाश से टपकती इस त्रासदी की
संभावनाएं अति क्षीण हैं पर संभावनाएं तो फिर भी हैं।
0 टिप्पणियाँ