विधानसभा चुनाव को लेकर अब सियासी पारा चढ़ने लगा है। नेता सभाओं और अपने भाषण में एक-दूसरे पर जुबानी हमला कर रहे हैं। उदयपुर शहर से कांग्रेस प्रत्याशी गौरव वल्लभ ने बिना नाम लिए असम के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया पर निशाना साधते हुए कहा- छुप-छुप कर दौरे नहीं करें, आना है तो पद त्याग दें।
दरअसल, उदयपुर में मंगलवार को गौरव वल्लभ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कटारिया के उदयपुर दौरे को लेकर सवाल उठाए हैं। हालांकि उन्होंने इस दौरान उनका नाम नहीं लिया, लेकिन दीपावली के दिन निर्वाचन विभाग को उनके इसी दौरे को लेकर शिकायत की थी और कहा था कि वे आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं।
गौरव वल्लभ बोले- आना है तो पद त्याग कर आओ
गौरव वल्लभ ने असम के राज्यपाल पर निशाना साधते हुए कहा- मेरा तो भारत के संविधान में अटूट विश्वास है। हर पद की एक गरिमा होती है, आप क्या सोचते हैं.. रिजर्व बैंक का गवर्नर गली-गली और वार्ड-वार्ड जाकर पर्चियां बांट रहा है तो उसकी गरिमा नीचे गिरती है। कोई प्रदेश का गवर्नर रात के अंधेरे में छुप-छुप कर जाता है तो सवाल तो पूछे जाएंगे।
मैंने तो कुछ नहीं बताया...आपने सवाल पूछा... मेरे को कोई फर्क नहीं पड़ता है, जिसको आना है आ जाओ। लेकिन, आना है तो पद को त्याग कर आओ ना, छुप-छुप कर जाते हो आप, हमें भी लगता है गवर्नर छुप रहा है, ऐसा अनैतिक काम क्या हो गया है।
प्रेस को देखकर कैमरा डाउन करने का कहते हैं...क्यों भाई... हम तो कह रहे हैं कि कैमरे की लाइट फ्लैश करो हमारे ऊपर और सवाल पूछो, स्वाभिमान से कह रहे हैं।
उन्होंने इस दौरान तंज कसते हुए कहा कि किसी गवर्नर को छुप-छुप कर दौरे नहीं करने चाहिए। गवर्नर उदयपुर में महालक्ष्मी मंदिर दर्शन के लिए तो प्रोटोकॉल में गए और दूसरी जगह बिना प्रोटोकॉल के।
दीपावली के अगले दिन मेयर के घर पार्षदों के बीच कटारिया
दीपावली के अगले दिन यानी सोमवार रात को मेयर जीएस टांक के अशोक नगर स्थित आवास पर असम के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया पहुंचे थे। वहां भाजपा के पार्षद भी थे। इस दौरान कुछ मीडियाकर्मी पहुंच गए और जब मीटिंग के बाद बाहर आए पार्षदों से पूछा तो सभी ने कहा कि दीपावली स्नेह मिलन में आए थे। मेयर टांक से पूछा तो बोले कि कटारिया हर बार आते हैं, इसमें कोई नई बात नहीं है। कटारिया एक निजी कार से आए थे और उसी से चले गए।
निर्वाचन विभाग को लिखित रिपोर्ट दी
दीपावली के दिन कांग्रेस प्रत्याशी गौरव वल्लभ ने जिला निर्वाचन विभाग को लिखित में शिकायत देकर असम के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया के उदयपुर दौरे पर सवाल उठाया था। वल्लभ ने कटारिया पर भाजपा प्रत्याशी जैन के समर्थन में मीटिंग करने का आरोप लगाया और आचार संहिता तक उनके उदयपुर सहित राजस्थान में मूवमेंट पर रोक की मांग की है।
भाजपा के गढ़ उदयपुर सीट पर सबकी नजर
उदयपुर शहर विधानसभा सीट भाजपा का गढ़ है। यहां भाजपा लगातार जीतती आ रही है। यहां से कटारिया ही चुनाव जीतकर विधानसभा जा रहे थे। कटारिया को असम का राज्यपाल बनाने के बाद यह सीट रिक्त हो गई, लेकिन चुनाव नजदीक होने से उप चुनाव नहीं हुए। इस चुनाव में कटारिया की जगह भाजपा ने तीन बार शहर और तीन बार ग्रामीण भाजपा के अध्यक्ष रहे ताराचंद जैन को टिकट दिया। वे अभी नगर निगम में निर्माण समिति के अध्यक्ष हैं। कांग्रेस ने यहां गौरव वल्लभ को टिकट देकर चुनावी मुकाबला रोचक बना दिया। पहले वल्लभ का स्थानीय नहीं होने को लेकर कांग्रेस में विरोध हुआ, लेकिन बाद में अधिकतर कांग्रेसी नेताओं को मना लिया गया।
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