विधानसभा चुनाव से ठीक पहले जैसलमेर के करीब 50 गांवों के लोगों ने मतदान का बहिष्कार कर दिया है। इन 50 गांवों में करीब 20 हजार वोटर हैं। गांवों के प्रतिनिधियों ने बैठक कर मतदान बहिष्कार का ऐलान किया है।
दरअसल, आरएसएमएम सोनू माइंस स्थित ट्रक यूनियन की करीब 75 दिनों से हड़ताल जारी है। ये लोग धरने पर बैठे हैं। ऐसे में ट्रक यूनियन के समर्थन में कई गांवों के ग्रामीण भी आ गए हैं। सभी का कहना है कि हमारी मांगे नहीं मानी गई तो हम मतदान का बहिष्कार करेंगे।
गौरतलब है कि ट्रक यूनियन और RSMM ठेकेदार के बीच परिवहन की ढुलाई दरों को लेकर लंबे समय से खींचतान चल रही है। ट्रक यूनियन के लोग अपनी मांगों के समर्थन में धरने पर बैठे हैं। अब उनके समर्थन में आस-पास के गांव के लोग भी आ गए हैं।
ग्रामीणों ने दिया समर्थन
ट्रक यूनियन के पूर्व अध्यक्ष कंवराज सिंह जाम ने बताया कि सोनू में ट्रक यूनियन व RSMM ठेकेदार आमने-सामने है। मांग है ढुलाई दरों में 3 रुपए बढ़ाने की। लेकिन ठेकेदार और आरएसएमएम के अधिकारियों की मनमानी के चलते मांगों पर सहमति नहीं बन पाई है।
ऐसे में हम सब स्ट्राइक पर चले आए हैं। ठेकेदार अपने ट्रकों को पुलिस के दम पर चला रहा है और हम ट्रक मालिक बेरोजगार बैठे हैं और हमारे ट्रक खड़े हैं। अब 75 दिन से धरने पर बैठे ट्रक मालिकों के समर्थन में आसपास के 50 गांव से लोग भी समर्थन में आ गए हैं। और सभी ने एकराय होकर हमारे साथ मतदान का बहिष्कार करने का निर्णय लिया।
50 गांवों के 20 हजार मतदाता नहीं करेंगे मतदान
कंवराज सिंह जाम ने बताया कि रामगढ़ कस्बे के आसपास के सोनू समेत 50 गांवों के करीब 20 हजार के करीब मतदाताओं ने ट्रक यूनियन की मांगों के समर्थन में मतदान का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। इनमें 400 ट्रक मालिक, ट्रक के ड्राइवर, खलासी व आस पास के स्थानीय ग्रामीण मतदान नही करेंगे।
आस-पास के करीब 50 गांव के लोगों ने मतदान का बहिष्कार का आश्वासन दिया है। इनमें से 10 गांवों के लोग 20 दिन पहले ही बहिष्कार की चेतावनी दे चुके थे। अब सब मिलकर 50 गांव के 20 हजार मतदाता बहिष्कार की बात कह रहे हैं।
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