चुनावी सभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पनौती, जेबकतरा जैसी टिप्पणी करने के मामले में चुनाव आयोग ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को नोटिस जारी किया है। आयोग ने इसे चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन की श्रेणी में मानते हुए मामले पर 25 नवंबर तक जवाब पेश करने का समय दिया है।
इन तीन बयानों पर हुआ एक्शन
पहला बयान: राहुल गांधी ने 21 नवंबर को बाड़मेर के बायतु में जनसभा को संबोधित किया था। इस दौरान उन्होंने कहा था- जेबकतरे होते हैं, जब दो जेबकतरे किसी की जेब काटना चाहते हैं तो सबसे पहले क्या करते हैं। ध्यान हटाने का काम करते हैं। एक आता है आपके सामने और आपसे कोई ना कोई बातचीत करता है। आपका ध्यान इधर-उधर ले जाता है। पीछे से दूसरा आता है। जेब काट लेता है। चला जाता है। मगर जेबकतरा सबसे पहले ध्यान हटाता है। भाइयों और बहनों नरेंद्र मोदी जी का काम आपके ध्यान को इधर-उधर करने का और आपकी जेब काटने का है। दोनों आते हैं, एक टीवी पर आता है आपसे कहेगा हिंदू-मुस्लिम।...
दूसरा बयान: कभी क्रिकेट मैच में चला जाएगा। वो अलग बात है कि हरवा दिया, पनौती। पीएम मतलब पनौती मोदी।
तीसरा बयान: कभी आपको इधर ले जाएगा। कभी उधर ले जाएगा। कई आगे-पीछे। पूरा का पूरा फायदा चार-पांच उद्योगपतियों को देगा। उदाहरण देता हूं, आप पिछले 9 साल में नरेंद्र मोदी जी ने 14,00,000 करोड़ रुपया हिंदुस्तान के सबसे बड़े अरबपतियों का कर्जा माफ किया। मैं आपसे पूछना चाहता हूं इन 14,00,000 लोगों में 14,00,000 करोड़ रुपए में जो इन्होंने 1015 लोगों को दिया...।
खड़गे बोले- हम सामना करेंगे
पीएम पर टिप्पणी के लिए राहुल गांधी को चुनाव आयोग के नोटिस पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा- हमारे पास जो भी नोटिस आएगा, हम उसको फेस करेंगे।
प्रियंका गांधी को मिला था नोटिस
चुनाव आयोग ने करीब एक महीने पहले प्रियंका गांधी वाड्रा को नोटिस जारी किया था। प्रियंका को PM मोदी की मंदिर यात्रा से संबंधित उनके लिफाफा वाले कमेंट पर नोटिस दिया गया था। प्रियंका को यह नोटिस भाजपा की शिकायत पर मिला। भाजपा ने चुनाव आयोग को लिखे लेटर में कहा था कि प्रियंका ने 20 अक्टूबर को दौसा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी को लेकर झूठा दावा किया था।
दरअसल, प्रियंका ने कहा था- उन्होंने टीवी पर देखा कि पीएम मोदी हाल ही में एक मंदिर गए थे जहां उन्होंने दानपेटी में एक लिफाफा डाला। बाद में वह लिफाफा खोला गया तो उसमें केवल 21 रुपए थे। इसके बाद उन्होंने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि पार्टी जनता को 'लिफाफे' दिखाती है, लेकिन चुनाव के बाद उनमें कुछ नहीं मिलता।
सात गारंटी के विज्ञापन पर भी रोक
राजस्थान निर्वाचन विभाग ने कांग्रेस की ओर से जारी ‘7 गारंटी’ के विज्ञापन पर रोक लगा रखी है। आमजन को वॉइस कॉल से गारंटी के बारे में बताना और रजिस्ट्रेशन वाले विज्ञापन को चुनाव आयोग ने आचार संहिता का उल्लंघन माना है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष और महासचिव को नोटिस भेजा था।
हालांकि चुनाव आयोग ने PM मोदी को "EVM का बटन दबाकर फांसी देने" वाले भाषण पर या "गहलोत लाल रंग देखकर सांड की तरह भागते हैं" वाले बयान पर अभी तक कोई प्रसंज्ञान नहीं लिया है। इसके अलावा भी भाजपा स्टार प्रचारकों ने हनुमान जी गदा को लेकर राजनीतिक छींटाकशी की थी और एक-दो भाजपा उम्मीदवारों ने अपने चुनावी भाषणों में लट्ठ लेकर वोट डलवाने जैसे भाषण भी दिए हैं पर अब तक कानूनी कार्यवाही से बचे हुए हैं।
0 टिप्पणियाँ