जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
प्रदेश में डेंगू थमने का नाम नहीं ले रहा है। चिकित्सा विभाग की ओर से एडीज एजिप्टाई मच्छर के काटने से फैलने पर बीमारी को रोकने के इंतजाम नाकाफी साबित हो रहे हैं। जयपुर, कोटा, अलवर, बाड़मेर, दौसा, झुन्झुनूं, करौली, श्रीगंगानगर, सीकर व उदयपुर समेत प्रदेश भर में डेंगू संक्रमित का आंकड़ा 13 हजार के पार हो गया है। प्रदेश में मलेरिया के 2200 पॉजिटिव मिल चुके हैं। सबसे ज्यादा बाड़मेर में 970 मामले पाए जाने पर पहले नंबर है।
इसी तरह से जयपुर में चिकनगुनिया के 70 पॉजिटिव आने पर पहले नंबर पर है। एसएमएस अस्पताल के मेडिसन के डॉ. पुनीत सक्सेना व आरयूएचएस हॉस्पिटल अधीक्षक डॉ. अजीत सिंह का कहना है कि मौजूदा स्थिति में ठंड लगकर तेज बुखार, सिर-दर्द, सांस में तकलीफ होने पर तुरन्त डॉक्टर से सलाह लेकर इलाज कराने की अपील की है।
बीमारियों को लेकर ‘मॉकड्रिल’ आज, रेपिड रेस्पांस टीम बनेगी
चीन में फैल रही सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इंफेक्शन संबंधी बीमारी के लगातार बढ़ रहे मामलों को देखते हुए चिकित्सा विभाग भी अलर्ट हो गया है। हालांकि देश में अभी तक ऐसा एक भी मामला सामने नहीं आया है। अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने मंगलवार को आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान 3 दिन के भीतर बचाव एवं उपचार के लिए एेक्शन प्लान बनाने के लिए कहा है।
जिला व मेडिकल कॉलेज स्तर पर भी एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति करने के साथ ही जिला और संभाग स्तर पर रेपिड रेस्पांस टीम गठित करने के आदेश दिए हैं। बुधवार को बीमारी से लड़ने के लिए इंतजामों की संबंधित अधिकारियों को मॉकड्रिल के निर्देश दिए हैं। मॉकड्रिल में सभी अस्पतालों में बैड, आॅक्सीजन, जांच, दवा, उपचार और मानव संसाधनों की उपलब्धता के बारे में पता लग सकेगा। शुभ्रा सिंह ने सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इंफेक्शन की रैंडम जांच के लिए सैंपल लेकर जयपुर व जोधपुर स्थित लैब में जांच कराने के लिए कहा है।
अब एसएआरआई मरीजों की रिपोर्टिंग भी पोर्टल पर आईएलआई व एसएआरआई मरीजों की भी आईएचआईपी पोर्टल पर रोजाना रिपोर्टिंग करनी होगी। बच्चों, बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं की कोमोरबिड मरीजों में संक्रमण की आशंका अधिक रहती है। ऐसे में जागरूक करना चाहिए। विशेषज्ञों के अनुसार एसएआरआई बीमारी माइक्रो प्लाज्मा न्यूमोनिया एवं सॉर्सकोव-2 के कारण होती है।
किस जिले में कितने संक्रमित
जयपुर 2050, कोटा 2036, श्रीगंगानगर 656, बाड़मेर 587, उदयपुर 556, अलवर 559, झुन्झुन 484, सीकर 483, करौली 464, दौसा 412
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