जोधपुर में एक दिन पहले गुरुवार को पीएम मोदी की सभा हुई। पीएम मोदी विधानसभा चुनावों में जीत का मंत्रीऔर कार्यकर्ताओं में जान फूंक कर गए। लेकिन, इस बीच जोधपुर के स्थानीय संगठन की ओर से बने पास से पीएम मोदी और अमित शाह तक के चहरे गायब थे।
इधर, जब इन पास को लेकर सवाल होने लगे तो पदाधिकारी कोई जवाब नहीं दे पाए। वहीं इन पास और कार्यकर्ताओं को सभा में लाने के लिए बनाए सिस्टम से भी कार्यकर्ताओं में नाराजगी हुई। मामला बढ़ता इससे पहले केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने समझाइश की। हालांकि इस पूरे मामले में जिला संगठन कार्यकर्ताओं को मनाने में जुटी है।
स्थानीय पास से मोदी-शाह गायब
यह पहली बार है जब स्थानीय कार्यकर्ताओं को मैदान में जिम्मा संभालने के लिए जो पास दिए गए उसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह गायब थे। सभा के बाद यह भी जमकर शेयर किया गया। यह पास स्थानीय स्तर पर जिलाध्यक्ष के हस्ताक्षर से जारी हुए थे।
इसमें एक ओर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़, दूसरी ओर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी थे। वहीं बीच में सबसे बड़ी फोटो केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री व जोधपुर सांसद गजेन्द्र सिंह शेखावत व राज्यसभा सांसद राजेन्द्र गहलोत की रही। जबकि भाजपा के देश में दो सबसे बड़े नाम मोदी शाह ही इससे गायब थे।
जिलाध्यक्ष और महामंत्रियों की थी जिम्मेदारी
इस लापरवाही के लिए स्पष्ट तौर पर भाजपा के जिलाध्यक्ष देवेन्द्र सालेचा और तीनों महामंत्रियों की जिम्मेदारी थी। लेकिन, किसी ने इस बात पर न तो गौर किया और न ही गंभीरता से लिया। जब सभा के बाद यह बात सामने आई तो संगठन के पदाधिकारियों को काेई जवाब देते नहीं बना।
कांग्रेस में भी बड़े नेता के फोटो हुए थे गायब
कुछ दिन पहले कांग्रेस की एक बैठक जो जयपुर में हुई थी, उसमें भी इसी प्रकार बड़े नेताओं को नजरंदाज किया गया। उसमें विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी का नाम नहीं था। जिसको लेकर भी कई सवाल खड़े हुए थे।
नए नवेलों को मिलाया, पुराने कार्यकर्ताओं ने खाेला मोर्चा
सभा के बाद बड़ा बवाल फिर सामने आया जब कुछ कार्यकर्ता और नेता विरोध जताने भाजपा के सरदारपुरा स्थित कार्यालय में पहुंच गए। इन लोगों का आरोप था कि जिन लोगों ने कुछ महीने पहले ही पार्टी में एंट्री ली है, उनको पीएम मोदी से मुलाकात करवाई गई।
जबकि कई पुराने कार्यकर्ता, मोर्चा के अध्यक्ष व मंडल के अध्यक्षों को जिला संगठन ने दरकिनार कर दिया। इस बात का विराेध जताने कार्यकर्ता कार्यालय पहुंचे। माहौल गर्माता देख केन्द्रीय मंत्री शेखावत भी कार्यालय पहुंचे और वहां समझाइश की।
मोदी पहुंचे तो आगे की कुर्सियां खाली, शेखावत चिल्लाते रहे
मोदी जब खुले वाहन में सभा स्थल में प्रवेश कर रहे थे तब आगे की कुर्सियां खाली रही। इस पर केन्द्रीय मंत्री शेखावत सुरक्षा अधिकारियों पर चिल्लाते रहे कि कार्यकर्ताओं को पीछे मत रोकाे और आगे आने दो।
लेकिन काफी देर तक किसी ने नहीं सुनी। आखिर कई पदाधिकारी नीचे उतरे और खाली कुर्सियों पर लाकर लोगों को बैठाया गया। भाजपा के नेताओं का यह भी कहना था कि कई कार्यकर्ताओं के वाहनों को आखलिया सर्किल पर रोक लिया गया तो कई कार्यकर्ताओं को पांडाल में प्रवेश ही नहीं करने दिया गया। सभा शुरू होने के बाद कई कार्यकर्ता अंदर प्रवेश कर पाए।
परिवर्तन यात्रा के समापन में भी हुई थी फजीहत
पिछले महीने जब परिवर्तन संकल्प यात्रा का समापन जोधपुर के गांधी मैदान में हुआ था जब भी जिला संगठन की फजीहत हुई थी। उस समय असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा, यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मोर्या सहित अन्य नेता पहुंचे थे।
लेकिन उस सभा में स्थानीय संगठन भीड़ ही नहीं जुटा पाया था। जब शहर जिला भाजपा के पदाधिकारियों की व्यवस्था पर सवाल खड़े हुए थे, अब एक बार फिर प्रधानमंत्री की सभा के बाद व्यवस्थाओं को लेकर सवाल खड़े हुए हैं।
0 टिप्पणियाँ