विधायक चंद्रभान सिंह आक्या का टिकट कटने के बाद चर्चा में आई चित्तौड़गढ़ विधानसभा सीट से BJP प्रत्याशी नरपत सिंह राजवी टिकट मिलने के नौ दिन बाद सोमवार को प्रचार करने पहुंचे। राजवी ने बिना नाम लिए आक्या पर तंज कसते हुए कहा- मैंने ही उन्हें तैयार किया है। सांवरा सेठ उन्हें सद्बुद्धि दें।
जयपुर से आते समय राजवी बेगूं विधानसभा (चित्तौड़गढ़) स्थित एक होटल पर रुके। यहां कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। होटल के पास आयोजित कार्यक्रम में पूरे जिले के कार्यकर्ता शामिल हुए। इसके बाद वाहन रैली निकाली गई। रैली रोलाहेड़ा चौराहा चंदेरिया, सुभाष चौक होती हुई दुर्ग स्थित कालिका माता मंदिर पहुंची। सुभाष चौक पर फूल बरसाकर राजवी का स्वागत किया गया।
पार्टी के हित के लिए काम किया है
टिकट काटे जाने के बाद से ही चंद्रभान सिंह आक्या ने बागी बनकर नरपत सिंह राजवी को टिकट दिए जाने का विरोध किया है। अलग-अलग सम्मेलन कर जन समर्थन हासिल कर रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी घोषणा की है कि वह चुनाव लड़ेंगे और नामांकन भरने तक भी पार्टी से उम्मीद करेंगे कि वह अपना फैसला बदल ले। भाजपा प्रत्याशी नरपत सिंह राजवी ने आक्या पर तंज कसते हुए सोमवार को कहा- मैंने भी तो अपनी विधानसभा छोड़ी है। पार्टी के हित के लिए काम किया है। मैंने कभी आवाज नहीं उठाई है। उन्हें थोड़ा सोचना चाहिए। मैंने ही उन्हें तैयार किया है। सांवरा सेठ उन्हें सद्बुद्धि दें।
कोई माई का लाल नहीं, जो लांछन लगाए
राजवी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा- मैं यहां तीन चुनाव लड़ चुका हूं। छोटे और युवा जो भी हैं, वो भी घूम कर देख सकते हैं। मैंने अपने पहले के कार्यकाल में गर्ल्स कॉलेज हो, सब स्टेशन हो या 2000 किलोमीटर सड़क हो, भैरोंसिंह शेखावत मुख्यमंत्री थे उनके और कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर ये विकास कार्य किया है। गांव-गांव जाकर जो देखा, उस पर काम किया है। चैलेंज के साथ कहता हूं कि कोई माई का लाल पैदा नहीं हुआ जो एक पैसे या पानी के बूंद के बराबर लांछन लगा सके।
विधायक बनने के बाद उसको पेशा नहीं बनाया
आजकल सोशल मीडिया का युग है। मैंने कोई चित्तौड़ के किंग का क्लेम नहीं लिया। सांवरा सेठ और कालिका माता के आशीर्वाद से यहां आया हूं। अब सबक सिखा कर ही जाऊंगा। किसी भी विधानसभा से विधायक बनने के बाद उसको पेशे के रूप में काम में नहीं लिया। कभी बिजनेस नहीं बनाया। गरीब को गणेश मानकर काम किया है। इसीलिए भगवान ने लाज रखी है। उस समय खूब बारिश हुई और बांध भी बने। अब बांध फूट रहे हैं। सबके पाप का घड़ा फूटेगा। बस वोटिंग प्रतिशत कम नहीं होना चाहिए। इस बात का सबको ध्यान रखना है। ध्यान रखने पर ही बेड़ा पार होगा और हमें कोई नहीं रोक सकता। कोई गद्दारी करना चाहे तो नहीं कर सकता। पार्टी के आधार पर ही हम सब लड़ेंगे।
रेगिस्तान का आदमी हूं, 20 साल तक ऊंट की पूंछ नहीं छोडूंगा
घोसुंडा मंडल में मैंने वह काम किए हैं, जो पिछले 70 साल में किसी ने नहीं किया। काम तो बहुत किया है मैंने। जब आवश्यकता हुई तब पार्टी ने जयपुर से लड़वाया। अब वापस यहां आपकी सेवा में भेजा है। मैं तो रेगिस्तान का आदमी हूं। ऊंट की पूंछ पकड़ लेता हूं तो 20 साल तक नहीं छोड़ता। अभी तो मुझे सिर्फ 15 साल ही हुए हैं।
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