बीजेपी की शनिवार को दूसरी लिस्ट जारी होने के बाद से विरोध शुरू हो गया। चित्तौड़गढ़ से लेकर अलवर और उदयपुर तक कार्यकर्ता विरोध कर रहे हैं। चित्तौड़गढ़ में चंद्रभान सिंह आक्या का टिकट कटने के बाद उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी पर आरोप लगाया कि वे एनएसयूआई से आए और मुझसे खुन्नस निकाली।
इधर, उदयपुर में डिप्टी मेयर पारस सिंघवी ने असम के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने कई लोगों का राजनीतिक करियर खत्म कर दिया। वे उदयपुर की राजनीति को दूषित कर रहे हैं। इसके साथ ही सिंघवी ने टिकट बदलने की भी मांग कर डाली।
पढ़िए राजस्थान में बीजेपी की दूसरी लिस्ट के बाद कहां हो रहा है विरोध...
मुझसे अपनी खुन्नस निकाल रहे सीपी जोशी : आक्या
चित्तौड़गढ़ से 2 बार के विधायक चंद्रभान सिंह आक्या को इस बार टिकट नहीं मिला। उनकी जगह चित्तौड़गढ़ में पहले दो बार विधायक रह चुके नरपत सिंह राजवी को टिकट दिया गया है। टिकट कटने के बाद चित्तौड़गढ़ विधायक आक्या खासे नाराज हैं। आक्या ने कहा कि यह लोकल झगड़ा है। मैं यहां से एबीवीपी का कार्यकर्ता था और सीपी जोशी एनएसयूआई में थे। यह लड़ाई तब से चली आ रही है। वे एनएसयूआई से प्रेसिडेंट भी बने। उस टाइम से हमारे कॉलेज का झगड़ा चलता आया है।
इसके बाद में पंचायत समिति के झगड़े चलते आए हैं। सीपी जोशी भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष बने। इसके बाद से ही उनके मन में मेरे लिए खुन्नस है। इसी खुन्नस के कारण उन्होंने मेरा टिकट काटा है। काफी दिनों से मुझे इसकी जानकारी भी थी कि वह मेरा टिकट जरूर काटेंगे। उन्होंने मेरा टिकट काटकर बहुत अच्छा काम किया है। उनको बहुत-बहुत धन्यवाद। मैं क्या करूंगा और नहीं करूंगा, इसका फैसला सिर्फ जनता करेगी। मेरे कार्यकर्ता करेंगे।
आक्या ने कहा कि इसका नुकसान संभाग के साथ-साथ चित्तौड़गढ़ जिले की अन्य सीटों पर भी होगा और इसका हर्जाना इनको भुगतना जरूर पड़ेगा। यहां बरसों से हमने बाहरी प्रत्याशियों को झेला है। चाहे विधानसभा हो या लोकसभा चुनाव, बाहरी प्रत्याशी चुनाव जीते हैं। नरपत सिंह राजवी के पहले के कार्यकाल भी आप लोग सब जानते हैं। यह जनता अब जयपुर जाने की इच्छुक नहीं है। अब जनता का जो भी डिसीजन होगा, वह अच्छा ही होगा।
प्रदेशाध्यक्ष जोशी के खिलाफ लगाए गए नारे
बीजेपी की दूसरी सूची में आक्या का टिकट कटा तो कार्यकर्ताओं में नाराजगी देखने को मिली। उन्होंने प्रदर्शन कर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी के पोस्टर फाड़ डाले और विरोध जताया। उनका कहना था- लगातार दो बार जीत दिलाने वाले विधायक को टिकट ही नहीं दिया। वहीं, 15 साल से जिनका चित्तौड़गढ़ से कोई लिंक नहीं रहा, उन्हें खुश करने के लिए टिकट दे दिया गया।
कटारिया ने मेरे साथ अच्छा नहीं किया, सजा भुगतनी पड़ेगी: सिंघवी
उदयपुर में भाजपा के ताराचंद जैन को उम्मीदवार बनाने के बाद उदयपुर शहर से डिप्टी मेयर पारस सिंघवी ने खुलकर विरोध किया है। वे कार्यकर्ताओं के बीच इमोशनल हो गए और कहा कि पार्टी फिर से विचार करे, नहीं तो अब आर-पार की लड़ाई लड़नी होगी। पारस ने इस मौके पर असम के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया को भी निशाने पर लिया और कहा कि वे उदयपुर की राजनीति को दूषित कर रहे हैं।
पार्टी ने आज जिस ताराचंद जैन को टिकट दिया, ये वही व्यक्ति है, जिसने पांच साल पहले पार्टी को हराने का काम किया। कटारिया को ही हराने का काम किया है। जनता के सम्मान का अपमान किया है। कटारिया ने मेरे साथ अच्छा नहीं किया, सजा भुगतनी पड़ेगी। ऊपर वाला सब देख रहा है।
बूंदी में अशोक डोगरा का विरोध
बूंदी सीट से बीजेपी प्रत्याशी अशोक डोगरा का विरोध किया गया। कार्यकर्ताओं ने पुतला जलाकर विरोध प्रदर्शन किया। अशोक डोगरा लगातार बूंदी सीट से जीत रहे हैं। उनका विरोधी खेमा इस बार उनका टिकट कटाने के प्रयास में लगा था। इस बार टिकट की घोषणा होते ही विरोधी ग्रुप ने सड़क पर उतरकर नारेबाजी की और विरोध प्रदर्शन किया।
अलवर में लगे बीजेपी मुर्दाबाद के नारे
अलवर शहर से लगातार दूसरी बार संजय शर्मा को टिकट दिया गया है। जैसे ही भाजपा की सूची आई संजय शर्मा का विरोध शुरू हो गया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने भारतीय जनता पार्टी मुर्दाबाद और ओम माथुर मुर्दाबाद के नारे लगाए। इस दौरान संजय शर्मा के पोस्टर जलाए गए।
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