जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
राजस्थान में विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लग चुकी है और हेरिटेज निगम में मेयर की सीट खाली है। वजह पिछले एक महीने में कांग्रेस के विधायक आपस में किसी एक नाम पर सहमत नहीं हो पाए। सोमवार सुबह से ही कार्यवाहक मेयर बनाने की चर्चा जोरों पर रही। यहां तक कि आदर्श नगर विधानसभा से तीन बार की पार्षद सुनीता मावर का नाम सामने आया।
कांग्रेस विधायकों व पार्षदों ने मावर को फोन पर इसकी सूचना दी और क्षेत्रीय विधायक रफीक खान ने तस्दीक भी कर ली कि डीएलबी से आदेश आने ही वाले हैं। आचार संहिता की घोषणा के बावजूद कांग्रेसी पार्षद हेरिटेज निगम मुख्यालय पहुंच गए और सुनीता मावर के आने का इंतजार करते रहे।
उधर, मावर ने साफ कह दिया कि जब तक उनके पास आदेश नहीं आ जाते हैं, तब तक वे निगम मुख्यालय नहीं आएंगी। इसकी वजह यह भी बताई जा रही है कि आचार संहिता के दौरान कार्यवाहक मेयर बना तो दिया जाता लेकिन अनुमति निर्वाचन आयोग से ही लेनी पड़ती।
दूसरी तरफ, मेयर मुनेश गुर्जर प्रकरण में अब तक सक्रिय रहे सिविल लाइंस से पार्षद व डिप्टी मेयर के दावेदार मनोज मुद्गल भी मावर के नाम पर सहमत नजर नहीं आए, क्योंकि वे मुस्लिम मेयर के पक्ष में थे। क्योंकि मुस्लिम मेयर बनता तभी मुद्गल का नंबर डिप्टी मेयर के लिए आता। बहरहाल, न तो कार्यवाहक मेयर ही बना और न ही डिप्टी मेयर ही बदला गया है।
मुझे विधायक रफीक खान ने फोन किया था
वार्ड-85 से कांग्रेस पार्षद सुनीता मावर ने बताया कि विधायक रफीक खान ने फोन किया था कि आपको कार्यवाहक मेयर बना रहे हैं। आदेश निकल गए हैं, लेकिन मेरे पास फिलहाल कोई आदेश नहीं आया है।
एक्सपर्ट व्यू
राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू हो चुकी है, ऐसी परिस्थिति में कोई भी राजनीतिक नियुक्त किए जाने के लिए निर्वाचन आयोग की अनुमति लेनी होगी। कार्यवाहक मेयर या चेयरमैन आदि बनाने के लिए अनुमति जरूरी है। -अशोक सिंह, पूर्व लॉ डायरेक्टर, डीएलबी राजस्थान
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