भाजपा ने झुंझुनूं की सात सीटों में चार सीटों पर अपने कैंडिडेट मैदान में उतार दिए हैं। लेकिन, इसके बाद से विरोध शुरू हो गया। झुंझुनूं से भाजपा की टिकट के दावेदार रहे राजेन्द्र भाम्बू ने भाजपा के उम्मीदवार बबलू चौधरी का विरोध शुरू कर दिया है।
इसे लेकर भांबू ने बुधवार को समर्थकों के साथ बैठक की। यहां उन्होंने गुरुवार को बड़ी सभा बुलाने का ऐलान किया। भांबू ने कहा कि-कार्यकर्ता यदि कहते हैं तो वे चुनाव मैदान में उतरेंगे। वहीं समर्थकों का कहना है कि पांच साल तक बहुत मेहनत की है।
भांबू ने 2018 में लड़ा था विधानसभा चुनाव
राजेन्द्र भांबू ने 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा की टिकट पर झुंझुनूं विधानसभा से चुनाव लड़ा था। भाम्बू 35612 वोट हासिल किए थे। झुंझुनूं सीट से पूर्व केन्द्रीय मंत्री शीशराम ओला के पुत्र बृजेंद्र ओला विधायक है। कांग्रेस के ओला लगातार तीन बार से झुंझुनूं विधानसभा सीट से विधायक है। यह सीट भाजपा के लिए काफी चुनौती भरी है। यहां पर कांग्रेस का ही दबदबा रहा है।
भाजपा ने पुरानी टिकट काटकर नये चेहरे को मैदान में उतारा है। लेकिन, भाजपा की ये गुटबाजी और आपसी नाराजगी भाजपा के लिए भारी पड़ जाएगी। भाजपा के पूर्व उम्मीदवार राजेन्द्र भाम्बू पार्टी से बगावत कर मैदान में उतरते हैं, झुंझुनूं के राजनीतिक समीकरण बदल जाएंगे। राजेन्द्र भाम्बू ने गुरुवार अपने समर्थकों की बैठक बुलाई है। ये बगावत भाजपा के लिए मुश्किल खड़ी कर सकती है।
मंडावा में भी बगावती तेवर
इसी तरह से मण्डावा सीट भी भाजपा के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। मण्डावा से सांसद नरेंद्र कुमार को टिकट देकर मैदान में उतारा है। टिकट मिलने के बाद सांसद नरेंद्र कुमार ने एकता संदेश देने के लिए मण्डावा के सभी टिकटों के दावेदारों को एक साथ बुलाया था। लेकिन, दो दावेदार उप चुनाव में प्रत्याशी रही सुशीला सीगड़ा और पूर्व प्रधान गिरधारी लाल खीचड़ बैठक में नहीं आए। सुशीला सीगड़ा और गिरधारी लाल खीचड़ दोनों ही प्रतिपक्ष नेता राजेंद्र राठौड़ के गुट के ही माने जाते हैं।
2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा की टिकट से नरेन्द्र कुमार ने कांग्रेस की रीटा चौधरी को 2346 मतों से पराजित किया था। नरेन्द्र कुमार को 2019 में एमपी का टिकट दे दिया गया। उप चुनाव में कांग्रेस की रीटा चौधरी ने भाजपा की सुशीला सीगड़ा को 33492 मतों से पराजित किया। अब भाजपा के लिए मण्डावा सीट महत्वपूर्ण है। भाजपा ने इसलिए मण्डावा से एमपी नरेन्द्र कुमार को मैदान में उतारा है।
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