अलवर ब्यूरो रिपोर्ट।
अलवर जिले की तिजारा, थानागाजी, मुंडावर और बानसूर विधानसभा सीटों पर बगावत के सुर सुनाई दे रहे हैं। तिजारा सीट पर बीजेपी ने बाबा बालकनाथ के नाम का ऐलान किया तो मामन सिंह ने विद्रोही तेवर दिखाकर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। बुधवार को थानागाजी से टिकट की दावेदारी कर रहे बीजेपी नेता रोहिताश घांघल ने भी बगावत का ऐलान कर दिया।
रोहिताश घांघल बीजेपी युवा मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष व किसान मोर्चा में जिला प्रभारी के पद पर रहे हैं। फिलहाल वे बीजेपी के पार्षद हैं। बुधवार को उन्होंने अलवर के भर्तहरि बाबा के मंदिर में ढोक दी। इसके बाद कस्बे सहित आस-पास के गांवों में पहुंचे।
घांघल ने थानागाजी से दावेदारी की थी लेकिन टिकट मिला पूर्व मंत्री हेम सिंह भड़ाना को। ऐसे में घांघल ने बागी होकर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। 2018 के विधानसभा चुनाव में जब हेम सिंह का टिकट कटा था तो वे बागी हो गए थे और चुनाव लड़ा था।
मुझे जनता ने खड़ा किया
बगावत को लेकर रोहिताश घांघल ने कहा- एक ही व्यक्ति (हेम सिंह भड़ाना) को बार-बार टिकट दिया जाना गलत है। उन्होंने पिछली बार बागी होकर पार्टी के खिलाफ गलत शब्द भी बोले थे। उनके बेटे पर मारपीट और रेप का आरोप है। थानागाजी की जनता अच्छी छवि व समाज के काम आने वाले व्यक्ति आगे लाना चाहती है। मैं मेरे क्षेत्र की जनता के साथ हूं। जनता जैसा निर्णय करेगी, वैसा होगा। अब सबने तय किया है कि चुनाव लड़ना है। यहां दो नेता (हेम सिंह भड़ाना और कांती मीणा) ही अदल-बदल कर विधायक रहे हैं। इस बार जनता बदलाव चाहती है।
कांग्रेस में मुंडावर से बगावत
उधर, मुंडावर में कांग्रेस में बगावत हो गई है। पूर्व विधायक मेजर ओपी यादव की पुत्रवधु अंजलि यादव ने टिकट की दावेदारी की थी। टिकट नहीं मिला तो अंजलि ने भी चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। बानसूर विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी से 6 साल के लिए निष्कासित पूर्व कैबिनेट मंत्री रोहिताश्व शर्मा को आजाद समाज पार्टी से टिकट मिल गया है। बीजेपी ने अभी 6 सीटों पर और कांग्रेस ने 4 सीटों पर टिकट दिए हैं।
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