जहाँ एक ओर ज्यादातर लोग अष्टमी, नवमी और दशहरे के लिए अपने गृह क्षेत्रों में चले गए थे और दिल्ली में सूनापन दिख रहा था लेकिन एआईसीसी में राजस्थान के टिकटों पर मंथन जारी है। स्क्रीनिंग कमेटी और फिर सीईसी में 106 नाम रखे गए थे लेकिन बगैर पैनल सिंगल नामों पर राहुल गांधी ने आपत्ति की थी। उसके बाद संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने तीनों सह प्रभारियों को अगली बैठक में अपनी रिपोर्ट रखने और मुखर होकर अपनी बात कहने के निर्देश दिए हैं। इस पर तीनों संगठन सह प्रभारी वीरेंद्र राठौड़, अमृता धवन व काजी निजामुद्दीन की भूमिका अहम हो गई है। पार्टी सूत्रों के अनुसार सीईसी की पहली बैठक में आए 106 नामों से अलग अब इनसे 94 सीटों पर नाम मांगे गए हैं।
तीनों इन नामों के पैनल की रिपोर्ट तैयार करने में जुटे हैं, जिन पर स्क्रीनिंग की बैठक में चर्चा होगी। इसी के आधार पर राहुल गांधी आगे का फैसला तय करेंगे। मंत्री शांति धारीवाल और महेश जोशी की सीट को लेकर भी चर्चा संभव है। इस बीच, कांग्रेस मुख्यालय पर अमृता धवन विभिन्न क्षेत्रों से आए लोगों से व्यक्तिश: मिलती नजर आईं।
94 सीटों में एक से ज्यादा मजबूत दावेदार या नए चेहरे
106 से अलग 94 वह सीटें ऐसी हैं, जिनमें मौजूदा और चले आ रहे प्रत्याशियों से अलग दूसरे मजबूत दावेदार हैं। या भारी विरोध और अन्य विवाद हैं। ऐसे में राहुल गांधी चाहते हैं कि यहां सिंगल नाम से अलग दो-तीन मजबूत दावेदारों के पैनल पर बात करके ही अंतिम निर्णय लिया जाए। दरअसल, राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के समय कई सीटों पर उम्मीदवारों से अलग नाम सामने आए थे।
नवरात्र अष्टमी को जब सभी नेता अपने अपने गृह क्षेत्र के लिए निकल रहे थे तब कांग्रेस अध्यक्ष की तरफ से उन्हें मुखीज आदेश था कि वे सभी 25 अक्टूबर को 12- 1 बजे तक AICC मुख्यालय पहुँच जाएं जिससे 25 रात या फिर 26 की सुबह कांग्रेस की राजस्थान की अगली सूची जारी की जा सके।
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