पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने बुधवार को अपने विधानसभा क्षेत्र टोंक के करीब एक दर्जन गांवों का दौरा किया। इस दौरान वे सवाई माधोपुर पुलिया से ट्रैक्टर चलाकर करीब 400 मीटर दूर जगदीश नगर स्थित कांग्रेस नेता दिनेश चौरसिया के पेट्रोल पंप तक पहुंचे। लोगों ने करीब 12 जेसीबी पर चढ़कर फूल बरसा कर उनका स्वागत किया।
पत्रकारों से बातचीत में पायलट ने कहा कि सत्ता की चाबी किसी नेता के पास नहीं, जनता के पास होती है। जनता जिसे चाहेगी, उसे सत्ता मिलेगी। उन्होंने कहा- राहुल जी कहते हैं युवाओं को मौका दिया जाएगा। मैं तो युवाओं को माैका देने का पक्षधर हूं, लेकिन वे पार्टी के कर्मठ कार्यकर्ता हों। जीतने वाले युवा को मौका मिलेगा, इस पर पार्टी काम कर रही है। कांग्रेस पहले से ज्यादा सीटें जीतेगी।
CWC सदस्य सचिन पायलट भरनी गांव भी गए और लोगों से मुलाकात की। यहां पायलट ने ग्रामीणों के साथ पंगत में बैठकर खाना खाया।
कांग्रेस और भाजपा में मुख्य मुकाबला
पायलट ने कहा कि राजस्थान में तीसरी पार्टी का अस्तित्व नहीं है। छोटे दल या अन्य लोग चुनाव लड़ेंगे, लेकिन कांग्रेस और भाजपा में ही मुख्य मुकाबला होगा।
पीएम बार-बार आ रहे हैं, पर राजस्थान के लिए कुछ कर नहीं रहे
पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा कि पीएम बार-बार राजस्थान आ रहे हैं और कांग्रेस पर आरोप लगा रहे हैं। लेकिन, वे 9 साल से कुछ कर नहीं रहे हैं। राजस्थान के लिए कोई विशेष दर्जा नहीं दिया है। जबकि उनके पास पूर्ण बहुमत है। गरीब और अमीर की खाई बढ़ती जा रही है। केंद्र सरकार राजस्थान की योजनाओं के लिए पैसा नहीं दे रही है।
भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व डर गया है
पायलट ने कहा कि बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व चुनावों को लेकर डर रहा है। उन्हें पता चल गया कि अब जन मानस की सोच में परिवर्तन आ रहा है। जैसा परिवर्तन हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में आया।
टिकट वितरण को लेकर पायलट ने कहा कि इसकी तैयारियां चल रही है। जीतने वाले युवाओं को टिकट दिए जाएंगे। गत दिनों टोंक बीजेपी प्रभारी बनाए गए दिल्ली सांसद रमेश बिधूड़ी को लेकर पायलट ने कहा कि जनता के लिए जिसने अच्छा किया है, उसे अपना आशीर्वाद देगी।
एक दर्जन गांवों का दौरा किया
पायलट ने टोंक में करीब एक दर्जन गांवों का दौरा किया। उन्होंने लोगों की समस्याएं सुनी और आश्वस्त किया कि वे उनके सुख-दुख में खड़े रहेंगे।
पायलट के दौरे के दौरान कांग्रेस जिलाध्यक्ष हरिप्रसाद बैरवा, सउद सईदी, नगर परिषद सभापति अली अहमद, निवाई के पूर्व विधायक कमल लोदी, दिनेश चौरसिया, अलका बैरवा, हंसराज गाता, हंसराज फागना भी मौजूद थे।
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