राजस्थान में हुए पेपर लीक के मामले को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की कार्रवाई के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि भाजपा इस तरह की कार्रवाई करवाकर केवल हमारा टाइम वेस्ट करना और डराना चाहती है। इसके बाद भी हम न तो डरने वाले हैं और न ही प्रेशर में आने वाले हैं। उन्होंने कहा कि ' मैं बेईमान तो जिंदगी भर जेल में रहने को तैयार हूं '। डोटासरा ने कहा- ईडी के अधिकारियों ने मेरे दोनों बेटों से सवाल-जवाब किया। उनके मोबाइल और ई-मेल आईडी लेकर गए हैं। ये सब भाजपा का बनाया माहौल हैं क्योंकि राजस्थान में कांग्रेस जीत रही है।
पीसीसी चीफ ने पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष महरिया को भी आड़े हाथों लिया। कहा- महरिया लोगों को कह रहे थे कि चुनाव को रंगीन बना दूंगा। अगर यह वही रंगीन था तो महरिया ने बहुत बड़ी गलती कर दी।
कांग्रेस को बदनाम करने माहौल बना रही भाजपा
प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने गुरुवार सुबह प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के जयपुर और सीकर स्थित निवास पर छापा मारा था। डोटासरा अपने परिवार के साथ सीकर में अपने घर में थे। अचानक ईडी की टीम पहुंची और उनके घर व ऑफिस की जांच की थी। ईडी के 12 अधिकारी करीब 11 घंटे की पूछताछ के बाद रात करीब 8.30 बजे डोटासरा के घर से निकले थे।
उसके बाद डोटासरा घर के बाहर बैठे प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सुखजिंद्र सिंह रंधावा और अन्य नेताओं के बीच पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि सबसे पहले आप सब लोगों का दिल से आभार प्रकट करता हूं। आज इस परिस्थिति में गहलोत,पायलट और सभी नेता और कार्यकर्ता ने मेरे प्रति प्यार दर्शाया है। उन्होंने भाजपा पर कांग्रेस को बदनाम करने का भी आरोप लगाया।
मकान और ऑफिस की तलाशी ली
ईडी कार्रवाई को लेकर डोटासरा बोले- सुबह 8 बजे मैं कार्यकर्ताओं से मिल रहा था। इस दौरान 4-5 अधिकारी आए और सर्च करने की बात कहीं। मैंने उनका स्वागत करते हुए कहा कि, मैं कार्रवाई में सहयोग करूंगा। आप तलाशी लें, मेरा पूरा परिवार भी तैयार हैं। उन्होंने पूरे मकान और ऑफिस की तलाशी ली। तलाशी के बाद छोटे बेटे अविनाश का स्टेटमेंट लिया।
छोटे बेटे के नाम था वारंट
ईडी के अधिकारियों ने मेरे दोनों बेटों का मोबाइल लिया। मेरे छोटे बेटे अविनाश (अकाउंटेंट) के नाम से एक वारंट था। उस पर साइन करने की बात कही, लेकिन मैंने नहीं किया। डोटासरा ने कहा कि यह वातावरण बीजेपी ने बनाया है। यह केवल इसलिए है कि कांग्रेस पार्टी जीत रही है। किरोड़ी लाल मीणा, राजेंद्र राठौड़, गजेंद्र सिंह शेखावत, सुभाष महारिया काफी दिनों से हल्ला कर रहे थे कि डोटासरा के ईडी की रेड होगी।
कलाम कोचिंग को लेकर किए सवाल-जवाब
डोटासरा ने कहा कि ईडी की टीम उनके और उनके दोनों बेटों के मोबाइल और दोनों बेटों की ईमेल आईडी लेकर गई है। उनकी ईमेल आईडी खुली नहीं, ऐसे में उन्होंने ईमेल आईडी को डिलीट नहीं करने का एफिडेविट लिया है। डोटासरा ने कहा कि टीम ने मेरे बेटों से सवाल-जवाब किए।
कलाम कोचिंग से हमारे परिवार के संबंध के बारे में पूछा है। पेपरलीक का एक भी सवाल परिवार के किसी सदस्य से नहीं पूछा गया। डोटासरा ने कहा कि भाजपा इस तरह की कार्रवाई करवाकर केवल हमारा टाइम वेस्ट करना और डराना चाहती है। इसके बाद भी हम न तो डरने वाले हैं और न ही प्रेशर में आने वाले हैं।
ईडी को पूछताछ में सहयोग किया
डोटासरा ने कहा कि मैं कांग्रेस पार्टी के लिए कुर्बान होने को तैयार हूं। सरकार को बदनाम करने के लिए वातावरण बनाया जा रहा है। गोविंद डोटासरा आज जनता की वजह से एमएलए है। मैंने मेरे जीवन में ऐसा काम नहीं किया, जिससे कि किसी का नाक नीचे हो। हमने 8 से 9 घंटे तक पूछताछ में सहयोग किया। मेरे बेटे से पूछताछ हुई, उस बारे में मैं बता नहीं सकता।
ईडी को न रुपया मिला न गहने, केवल 3 मोबाइल लेकर गए
भाजपा नेता कहते हैं कि डोटासरा पेपर लीक में शामिल है। डोटासरा का किसी भी अपराध में सुई की नोंक जितना भी हाथ नहीं है। महरिया और राठौड़ में हिम्मत है तो वह अपने और परिवार के लोगों की संपत्तियों की भी जांच करवाए।
मैं बेईमान हूं तो जिंदगी भर जेल में रहने को तैयार हूं। ईडी एक रुपया सीज करके नहीं गई। केवल 3 मोबाइल और हमारा ईमेल सीज करके लेकर गए है। न कोई पेपर और न कोई एक रुपए,गहना लेकर गए हैं।
जन कल्याणकारी योजनाओं के कागज राठौड़ और माहरिया को करूंगा डाक
मैंने मेरे जीवन में कुछ कमाया है तो केवल कार्यकर्ताओं का प्यार और दिल जीता है। उन्होंने सर्च में जो कागजात देंखे, उनमें मेरी विधानसभा में हुए काम और राजस्थान में जो योजनाएं दी, वह पंपलेट थे। वो उनके काम के नहीं थे।
सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं के 2 कागज ईडी वाले छोड़कर गए हैं। वह सुबह राजेंद्र राठौड़ और माहरिया के घर पर डाक करूंगा और फिर ग्राउंड पर काम शुरू कर देंगे।
डोटासरा की महरिया को चुनौती
डोटासरा ने कहा कि मैं पिछले डेढ़ 2 महीने से सुन रहा था कि पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष महरिया लोगों को कह रहे थे कि चुनाव को रंगीन बना दूंगा। अगर यह वही रंगीन था तो महरिया ने बहुत बड़ी गलती कर दी। यदि इसी कार्रवाई से सुभाष महरिया मेरे सामने चुनाव लड़ना चाहते हैं तो लक्ष्मणगढ़ की जनता महरिया को बता देगी कि क्या चुनाव होता है।
संजीवनी घोटाले की जांच क्यों नहीं ?
डोटासरा ने वैभव गहलोत को समन मिलने की बात पर कहा कि जो मामले हम पिछले 10-15 सालों से सुन रहे थे। उन्हीं मामलों में समन देना यह बताता है कि भाजपा हमें डराकर यहां चुनाव जीतना चाहती है। संजीवनी घोटाले पर बोलते हुए डोटासरा ने कहा कि ईडी उस मामले में जांच नहीं करेगी। जब एसओजी आरोपी मान चुकी है, लेकिन फिर भी ईडी कार्रवाई नहीं कर रही है।
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