जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
भाजपा में टिकट वितरण के बाद शुरू हुआ विरोध खत्म नहीं हो रहा है। सांगानेर विधायक अशोक लाहोटी का टिकट कटने के विरोध में शुक्रवार को वैश्य समाज ने बीजेपी मुख्यालय के बाहर मौन प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के बाद समाज के पदाधिकारियों ने पार्टी पर समाज की अनदेखी करने का आरोप लगाया। साथ में चेतावनी दी कि अगर समाज की बात को नहीं सुना गया। इसका खमियाजा इसी विधानसभा चुनाव में देखने को मिल सकता है।
मौन प्रदर्शन करने शुक्रवार दोपहर करीब 11.30 बजे बड़ी संख्या में महिला और पुरुष बीजेपी मुख्यालय पहुंचे। यहां सभी हाथों में तख्तियां-बैनर लेकर मौन खड़े रहे। तख्तियों पर लिका- सांगानेर से अशोक लाहोटी के टिकट पर पुनर्विचार किया जाए। सूचना मिलने पर भाजपा नेता ओंकार सिंह लाखावत प्रदर्शनकारियों के पास पहुंचे। यहां उन्होंने समाज के कुछ पदाधिकारियों को वार्ता के लिए बुलाया। इसमें गोपाल गुप्ता, ध्रुवदास अग्रवाल, सत्यनारण काबरा समेत अन्य लोग पहुंचे।
वार्ता में टिकट की मांग दोहराईवार्ता के दौरान इन पदाधिकारियों ने वैश्य वर्ग के लोगों को पार्टी से टिकट दिए जाने की मांग दोहराई। इस पर लखावत ने समाज की मांग को पार्टी में उच्च स्तर पर पहुंचाने का आश्वासन दिया। प्रदर्शन कर रहे लोगों के पदाधिकारियों की पार्टी ऑफिस मे गजेंद्र सिंह शेखावत से भी मुलाकात हुई। लखावत की इस समझाइश पर 12 बजे प्रदर्शन स्थगित कर किया।
समाज को ढूंढना होगा दूसरा विकल्प
प्रदर्शन के बाद समाज के नेताओं ने भाजपा को चेतावनी दी कि अगर समाज के लोगों को चुनावों में टिकट देकर उचित मौका नहीं दिया तो समाज को पार्टी से अलग जाने पर विचार करना पड़ेगा। समाज के लोगों ने कहा- वैश्य वर्ग देश के विकास में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सपने को साकार करना चाहता है। प्रदर्शनकारियों ने सांगानेर से अशोक लाहोटी, कोटपूतली से मुकेश गोयल, अलवर से बनवारी लाल सिंघल, भरतपुर से विजय बंसल, टोंक से अजीत मेहता, कोटा से ओम बिड़ला को टिकट देने की मांग की।
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