नेट थियेट कार्यक्रमों की श्रृंखला में कथक नृत्याभिनय में सुप्रसिद्ध नृत्याँगना नमिता जैन और उनके शिष्यों द्वारा भावपूर्ण जयपुर कथक की प्रस्तुति पर दर्शक वाह वाह कर उठे l
नेट थियेट के राजेंद्र शर्मा राजू ने बताया कि इस वेब की परिकल्पना अनिल मारवाड़ी द्वारा की गई l इसी आभासी रंगमंच पर आज नमिता जैन ने राग दरबारी में स्वामी हरिदास द्वारा रचित कृष्ण वंदना "नागर नट निरत करत" पर ताल चौताल में कथक की प्रस्तुति से मंत्र मुग्ध किया l इसके बाद उनकी शिष्य कत्थक कलाकार सिद्धि जैन, नव्या जाखड़ वान्या परचानी और मान्या खरबंदा ने ताल तीन ताल में शुद्ध कथक थाट, आमद, परण, तोड़े, चक्कर, तत्कार आदि की सुन्दर प्रस्तुति से जयपुर कथक की बारीकियों से रूबरू करवाया। कलाकारों के नृत्य में भाव लयकारी ताल और भाव की सुन्दर झलक देखने को मिली।
इनके साथ गायन पर पं.रमेश मेवाल, पढंत पर पं.कौशल कान्त, पखावज पर युवराज सिंह और तबले पर आदित्य सिंह ने असरदार संगत कर कथक की परंपरा को परवान चढ़ाया। सञ्चालन मनोज स्वामी, संगीत सागर गढ़वाल, दृश्य सज्जा जीवितेश शर्मा एवं अंकित शर्मा, कार्यक्रम का संयोजन नवल डांगी ने किया।
0 टिप्पणियाँ