जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
राजस्थान में विधानसभा चुनाव में सर्विस वोटर्स के अलावा इन आठ विभागों में काम करने वाले कर्मचारियों को भी निर्वाचन आयोग ने डाक मतपत्र के जरिए वोटिंग की सुविधा दी है। इसके लिए निर्वाचन आयोग ने अधिसूचना जारी की है। अधिसूचना के मुताबिक बिजली-पानी, रोडवेज-मेट्रो, डेयरी, फायर फाइटर, मेडिकल और मीडियाकर्मी शामिल है।
निर्वाचन आयोग से जारी आदेशों के मुताबिक मेडिकल सेक्टर में डॉक्टर, पैरा मेडिकल स्टाफ, एम्बुलेंस कर्मचारी, ऊर्जा विभाग में इलेक्ट्रिशियन, लाइन मैन, पीएचईडी में पम्प ऑपरेटर, टर्नर, राजस्थान की दुग्ध समितियों में काम करने वाले कर्मचारी, रोडवेज में ड्राइवर-कंडक्टर और निर्वाचन आयोग से अधिकृत मीडिया कर्मचारियों को इस साल से पोस्टल बैलेट (डाक मतपत्र) के जरिए वोटिंग की सुविधा दी जाएगी।
पहली बार पत्रकार शामिल
सर्विस वोटर्स की श्रेणी पहली बार पत्रकारों को शामिल किया गया है। अभी तक सर्विस वोटिंग की श्रेणी में चुनाव ड्यूटी में तैनात कर्मचारियों-अधिकारियों, सेना या पैरा मिलिट्री से जुड़े जवानों को ये सुविधा मिलती है। 2020 के बाद आयोग ने अन्य विभाग जो आवश्यक सेवाओं की श्रेणी में आते है उनको सर्विस वोट की सुविधा देनी शुरू की।
विभागों से मांगी जाएगी कर्मचारियों की लिस्ट
राजस्थान निर्वाचन आयोग के सीईओ प्रवीण गुप्ता ने बताया कि इन सभी अनिवार्य सर्विस वालों को वोटिंग की सुविधा दी गई है। संबंधित जिला निर्वाचन अधिकारी, सहायक निर्वाचन अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में मौजूद विभागों को पत्र लिखेंगे। विभाग बताएंगे कि उनके यहां कितने ऐसे कर्मचारी है जिनकी वोटिंग के दिन ड्यूटी रहेगी और वो उस दिन वोट देने से रह सकते हैं। उस सूची के आधार पर रिटर्निंग अधिकारी उन कर्मचारियों को फार्म 12-डी जारी करेगा और उनको बैलेट पेपर के जरिए वोटिंग की सुविधा दी जाएगी।
1.41 लाख है सर्विस वोटर
सीईओ प्रवीण गुप्ता ने बताया कि राजस्थान में अभी 5 करोड़ 27 लाख से ज्यादा वोटर्स हैं, जिसमें 1 लाख 41 हजार 898 सर्विस वोटर्स हैं। 2 करोड़, 75 लाख से अधिक पुरुष और 2 करोड़ 51 लाख से अधिक महिला मतदाता हैं। इसके अलावा 23 नवंबर को राज्य के कुल 51 हजार 756 मतदान केंद्रों पर वोटिंग करवाई जाएगी।
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