जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
महंगाई से त्रस्त आम जनता के त्यौहार से पहले आंसू आने लगे हैं और इसका कारण प्याज है। लगभग दो महीने पहले टमाटर ने लाल आखें दिखाई थी लेकिन ऐन दिवाली के पहले प्याज के भावों ने त्योहारी मूड बनाने से पहले अलार्म बजा दिया है। प्याज के दाम पिछले 10 दिनों में तेजी से बढ़े हैं। थोक मंडी में प्याज 55 से 60 रुपए तक बिक रहा है। रिटेल में प्याज 70 रुपए किलो हो गया है। जयपुर की कॉलोनियों में ठेले वाले 80 रुपए किलो तक में प्याज बेच रहे हैं। प्याज के भाव बढ़ने का कारण जानने भास्कर रिपोर्टर जयपुर की मुहाना और लाल कोठी मंडी में पहुंचे।
मुहाना थोक सब्जी मंडी व्यापार संघ के अध्यक्ष राहुल तंवर ने बताया- नासिक में भारी बरसात के कारण खेतों में पानी भर गया। इसकी वजह से फसल को नुकसान पहुंचा है। ऐसे में प्याज की कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा है।
25 रुपए से 60 तक पहुंची कीमत
प्याज के भाव सितंबर में 25 रुपए किलो तक थे। वहीं, अक्टूबर के शुरुआती 5 दिनों में प्याज की कीमत में 10 से 20 रुपए तक की बढ़ोतरी हुई थी। इसके बाद कीमत 30 से 40 रुपए तक पहुंच गई थी। इसके बाद प्याज 15 अक्टूबर तक 50 रुपए किलो हो गया था। नवरात्रि के बाद प्याज की मांग बढ़ने और आवक कम होने से दाम 60 रुपए किलो के पार पहुंच गए हैं।
राहुल तंवर ने बताया- जयपुर की मंडियों में प्याज जोधपुर, मथानिया, गोपालगढ़, कोटा, झालरापाटन, अलवर, सीकर और नासिक से आता है। नासिक से आने वाला प्याज 8 महीने तक मार्केट में रहता है। इन दिनों नासिक में बरसात हुई, जिसकी वजह से फसल को नुकसान पहुंचा। इसकी वजह से नासिक से आने वाले प्याज की आवक में कमी आई है। वहीं, नवंबर, दिसंबर, जनवरी, फरवरी और मार्च तक कोटा और अलवर से प्याज आता है।
अभी मंडी में दो तरीके का प्याज आ रहा है। इसमें छोटा प्याज 40 रुपए किलो और अच्छी क्वालिटी का प्याज 60 रुपए किलो तक बिक रहा है।
दीपावली के बाद कीमतों में होगी गिरावट
राहुल तंवर ने बताया- दीपावली के बाद में प्याज की नई फसल आने से प्याज की कीमतों में गिरावट देखने को मिलेगी। नया प्याज अलवर और कोटा से स्टार्ट होगी। इसके बाद कीमतों में स्थिरता आएगी। फिलहाल लोगों को महंगे दामों पर प्याज खरीदना पड़ सकता है।
आधी हुई प्याज की बिक्री
लाल कोठी सब्जी मंडी में इंटर के संगठन सचिव दिनेश कुमार अग्रवाल ने बताया- प्याज बाहर से कम आ रहा है। पहले रोज प्याज 10 से 12 बोरी बेचा जाता था। अभी प्याज की बिक्री आधी रह गई है। थोक मंडी से हमें यह प्याज 55 से 60 रुपए किलो में मिल रहा है। 60 से 70 रुपए किलो तक बेचना पड़ रहा है। ट्रांसपोर्टेशन का खर्च भी है।
प्याज के व्यापारी ललन ने बताया- पहले मंडी में 30 से 40 रुपए किलो प्याज आता था। अगर बात ठेले की की जाए तो गली मोहल्ले में बिकने वाला प्याज 80 रुपए किलो तक बिक रहा है। पहले 5 से 6 बोरी प्याज डेली बिक जाता था, लेकिन जब से प्याज के दाम बढ़े हैं, बिक्री आधी हो गई है।
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