जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।  

आचार संहिता से पहले भर्तियों के पूरा होने का इंतजार कर रहे युवाओं की उम्मीदें टूटनी तय लग रही है। अगले 10 दिन में विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगने की संभावना है। ऐसे में 65 हजार पदों पर हो रही 27 भर्तियां प्रभावित होंगी।

यह भर्तियां फिर अगले साल ही पूरी हो पाएंगी। आचार संहिता के चलते 14 भर्तियों के 45 हजार पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया अटक जाएगी। इसके अलावा 13 भर्तियों के करीब 20 हजार पदों पर भर्ती परीक्षा अगले साल होगी। जिन पदों पर नियुक्ति अटकेगी, उनमें सर्वाधिक पद चिकित्सा विभाग की भर्तियों के हैं।

शिक्षा विभाग की 3 बड़ी भर्तियों के 63 हजार से अधिक पदों में से करीब 10 हजार पदों पर नियुक्ति अटक सकती है। उधर, बेरोजगार आचार संहिता से पहले अधिक से अधिक भर्तियों में नियुक्तियों की मांग को लेकर लगातार आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन एजेंसियों की धीमी गति के चलते भर्तियां अटकनी तय हैं।

3 बड़ी भर्ती एजेंसियों की लापरवाहियों ने बढ़ाई मुश्किल

आरपीएससी

वरिष्ठ अध्यापक भर्ती का पेपर आउट। फिर से परीक्षा कराई। इसके चलते वरिष्ठ अध्यापक भर्ती के साथ अन्य भर्तियों की प्रक्रिया भी धीमी हो गई।

इन 15716 भर्तियों की परीक्षा अगले साल

भर्ती का नामपदों की संख्यापरीक्षा कब
संविदा महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता20583 फरवरी

संविदा नर्स भर्ती

15883 फरवरी
कनिष्ठ लेखाकार भर्ती519011 फरवरी
तहसील राजस्व लेखाकार19811 फरवरी
संगणक भर्ती5833 मार्च
सूचना सहायक भर्ती273021 जनवरी
आरएएस भर्ती 2023(मेन)905अगले साल
लाइब्रेरियन/पीटीआई/सहायकआचार्य2446तय नहीं

सीफू

राजस्थान स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संस्थान (सीफू) 8 भर्तियां करा रहा है। कोई परीक्षा नहीं, फिर भी देरी हुई। इनमें से 5 भर्तियां तो पिछले साल की हैं।

कर्मचारी चयन बोर्ड

तत्कालीन अध्यक्ष हरिप्रसाद शर्मा ने बीच में पद छोड़ा। नए अध्यक्ष की नियुक्ति में देरी। सितंबर-अक्टूबर की परीक्षाएं अगले साल तक खिसकीं।