अजमेर के कुन्दननगर से 7 पिस्टल व 82 कारतूस सहित पकडे़ गए चारों आरोपी शार्प शूटर थे। वे यहां राजनैतिज्ञ, बिजनेस मेन व हिस्ट्रीशीटर की हत्या करने के लिए भरतपुर से आए थे। इस पूरे घटनाक्रम के मास्टर माइंड वरूण चौधरी व आकाश सोनी है। इन्होंने पकड़े गए आरोपियों को इस काम के लिए 10 लाख देना तय हुआ था। आकाश पुलिस गिरफ्त में है, लेकिन वरूण पुलिस गिरफ्त से बाहर है। पुलिस चारों से पूछताछ कर रही है। पुलिस ने राजनैतिज्ञ व बिजनेसमेन के नाम का खुलासा नहीं किया है।
एसपी चुनाराम जाट ने बताया कि शुक्रवार शाम मुखबिर के जरिए कुंदन नगर इलाके में कुछ बदमाश ठहरे रहने की सूचना मिली थी। जिनके द्वारा हिस्ट्रीशीटर संजय मीणा, प्रतिशत व्यापारी और एक राजनेता की रेकी कर हत्या करने के फिराक में थे। सूचना के आधार पर सिटी के 9 थानों के थाना प्रभारी, सभी पुलिस उपाध्यक्ष और पुलिस लाइन के जाब्ते और स्पेशल पुलिस के साथ मिलकर कुंदन नगर इलाके के चारों तरफ नाकाबंदी की गई। बाद में डोर टू डोर सर्च अभियान चलाया गया। देर रात को कार्रवाई करते हुए चार जनों को गिरफ्तार किया गया। जिसमें भरतपुर निवासी कपिल, विजय, सौरभ और अभिषेक को गिरफ्तार किया।
पूछताछ में सामने आया कि पूर्व मे संजय मीणा के साथियों ने साजिश रचकर धर्मेन्द्र चौधरी की हत्या को अंजाम दिया था। जिस पर धर्मेन्द्र चौधरी के भतीजे वरूण चौधरी ने इसका बदला लेने के लिए उनकी हत्या कर आमजन में भय पैदा करना चाहा था। वर्तमान में संजय मीणा विष्णु हिल टाउन, अजमेर में निवास कर रहा है। जिसकी हत्या करवाने की साजिश वरुण चौधरी व आकाश सोनी द्वारा रची गई।
घटना को अंजाम देने के लिए भरतपुर से चार शूटर बुलाए। उनको अमन दिवाकर उर्फ पण्डित व आकाश सोनी के सहयोग से कुन्दन नगर अजमेर मे ठहराया। ये चारों शहर के एक प्रतिष्ठित व्यापारी एंव राजनीतिज्ञ व संजय मीणा की रैकी कर रहे थे। मौका मिलते ही एक दो दिन में ही अपने सहयोगियों के सहयोग से हत्या करने के प्रयास में थे।
आकाश सोनी की गिरफ्तारी के बाद हुआ खुलासा
आदतन अपराधी आकाश सोनी के द्वारा पिछले दिनों सोशल मीडिया पर हथियारों के साथ फोटो को पोस्ट किया गया था। इसके बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर हैदराबाद से आकाश सोनी को गिरफ्तार कर लिया था। आकाश सोनी के द्वारा ही तीनों आरोपियों के साथ मिलकर रेकी की गई थी। एसपी जाट ने बताया कि लेकिन आकाश सोनी पुलिस को गुमराह करने के लिए तीनों आरोपियों को रेकी करवाने के बाद हैदराबाद चला गया। जिससे कि जब अजमेर में वारदात हो तो उस दौरान आकाश सोनी की लोकेशन अजमेर में नहीं हो और वह पुलिस से बच सके।
मास्टरमाइंड वरुण चौधरी फरार, पुलिस कर रही तलाश
एसपी चुनाराम जाट ने बताया कि इस पूरे मामले में वरुण चौधरी और आकाश सोनी की अहम भूमिका है। इनके द्वारा ही इन शूटर को भेजा गया था। वरुण चौधरी पूर्व में चल रहे मुकदमों में भी वंचित है। जिला पुलिस की टीम पूर्व में वरुण चौधरी को पकड़ने के लिए गई थी लेकिन 15 मिनट के कारण व फरार हो गया। वरुण चौधरी पर इनाम भी घोषित है।
इनको किया गिरफ्तार
- कपिल कुमार (28) पुत्र रामवीर सिंह जाट , निवासी गांव इदुं पेघोर पुलिस थाना कुम्हेर जिला भरतपुर,
- विजय उर्फ विक्की उर्फ पण्डित (20) पुत्र ओमप्रकाश शर्मा निवासी अजयपुरा पुलिस थाना कुम्हेर जिला भरतपुर
- सौरभ (20) पुत्र बीरबल जाट, निवासी गांव जघीना पुलिस थाना उद्योगनगर जिला भरतपुर
- अभिषेक (20) पुत्र महावीर सिंह जाट, निवासी पानी की टंकी के पास जघीना-उद्योगनगर जिला भरतपुर
- पुलिस को सूचना मिली कि कुंदन नगर इलाके में कुछ संदिग्ध लोग ठहरे हुए हैं। किसी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते हैं। पुलिस ने इस सूचना की गंभीरता को देखते हुए देर रात ही सशस्त्र पुलिस की एक बड़ी टीम गठित की जिसमें शहर के सभी उप अधीक्षक, सभी थाना प्रभारी और स्पेशल टीम को शामिल किया। इलाके की घेराबंदी कर करीब 300 से ज्यादा पुलिसकर्मियों ने 200 मकान की डोर टू डोर तलाशी की गई और इन संदिग्धों को हिरासत में ले लिया।
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