राजस्थान पुलिस ने शांतिपूर्ण मतदान करवाने के लिए राज्य में अभियान चला रखा है। इस दौरान शराब की धर पकड़ के लिए लगातार 30 घंटे 'ऑपरेशन मदिराधर' चलाया गया है। इस दौरान 6 करोड़ रुपए से अधिक की अवैध शराब जब्त की गई है। दरअसल, राजस्थान के सभी जिला पुलिस अधीक्षकों को 28 अक्टूबर से 29 अक्टूबर तक अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया गया था।
डीजीपी उमेश मिश्रा ने प्रदेश के समस्त जिलों के पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को इस अभियान को सफल बनाने के लिए बधाई दी है। इस ऑपरेशन के नोडल अधिकारी आईजी विकास कुमार स्टॉर्म क्लब वार रूम के माध्यम से ऑपरेशन मदिराधर पर नजर बनाए हुए थे। इस ऑपरेशन की प्रभावी व्यूह रचना के माध्यम से अभियान की मॉनिटरिंग की जा रही थी।
आईजी विकास कुमार ने बताया- 28 अक्टूबर व 29 अक्टूबर को अवैध शराब के खिलाफ 30 घंटे का प्रदेश में अभियान चलाया गया। इसमें 2 लाख लीटर से भी ज्यादा की अवैध शराब जब्त की गई। इसकी कीमत 6 करोड़ से भी ज्यादा है। ऑपरेशन मदिराधर में प्रति जिला औसत 18 लाख से ज्यादा कीमत की शराब जब्त हुई है। इस अभियान में 1 करोड़ रुपए से ज्यादा की जब्ती के साथ दौसा जिला अव्वल रहा। सिरोही जिले में भी जब्ती की कार्रवाई एक करोड़ से ज्यादा की रही। श्रीगंगानगर, जैसलमेर और नागौर जिला पुलिस की कार्रवाई भी शानदार रही है।
30 घंटे के अभियान में पुलिस ने रिकॉर्ड बनाते हुए 10 लाख लीटर से भी ज्यादा शराब की जब्त
पुलिस मुख्यालय की ओर से सभी जिला पुलिस अधीक्षकों को इस कार्रवाई के लिए विशेष आदेश जारी किए गए। जिस पर सभी पुलिस अधीक्षकों ने इसे बड़ी गम्भीरता के साथ में लिया। जब्त शराब की बाजार कीमत 6 करोड़ से भी ज्यादा बताई जा रही है। हर जिला पुलिस ने औसत 18 लाख रुपए की शराब जब्त की हैं।
ऑपरेशन मदिराधर में दौसा जिला 1 करोड़ से ज्यादा की शराब जब्त करने में अव्वल रहा वहीं सिरोही जिला पुलिस ने भी इस कार्रवाई में 1 करोड़ से ज्यादा की शराब पकड़ी। श्रीगंगानगर, जैसलमेर, नागौर की कार्रवाई भी शानदार रही। पिछले विधानसभा चुनाव की तुलना में तीन सप्ताह में ही काफी ज्यादा अवैध शराब पकड़ी जा चुकी है। पुलिस वॉर रूम के माध्यम से ऑपरेशन मदिरधर की पल-पल की कार्रवाई पर नजर रखी जा रही हैं।
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