सरकार से बर्खास्त मंत्री व उदयपुरवाटी विधायक राजेंद्र गुढ़ा व 15 समर्थकों पर मारपीट व गाली गलौज के मामले में उदयपुरवाटी थाने में केस दर्ज किया गया है। झुंझुनूं के उदयपुरवाटी में 29 सितंबर को सरकारी कॉलेज भवन के उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान हंगामा हो गया था।
उदयपुरवाटी थाना इंचार्ज सुरेश सिंह ने बताया कि धनावता निवासी अशोक राठी पुत्र ओमप्रकाश मेघवाल ने विधायक राजेंद्र सिंह गुढ़ा और उनके समर्थक प्रताप सिंह नांगल, दशरथ सिंह नांगल, पिंटू स्वामी, गोविंद वाल्मिकी, राकेश मीणा पचलंगी, निजी सहायक कृष्ण व दीपेंद्र सिंह, टोनी पौंख, राजेंद्र मारवाल, रविंद्र ठेकेदार, साहिल गुढ़ा, गजेंद्र सिंह शेखावत, जितेंद्र सिंह गिरावड़ी, दीपक स्वामी व अन्य के खिलाफ शिकायत दी थी।
रिपोर्ट में बताया कि सरकारी कॉलेज के उद्घाटन समारोह के दौरान करण चौधरी, विकास नांगल, आशीष चंवरा, बनवारी लाल, कमलेश, बाबूलाल, विनोद जमालपुरिया, विनोद, टीलू, सुभाष सैनी, राजू, मोहित आदि अशोक गहलोत जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे। इस दौरान गुढ़ा के समर्थकों ने नारा लगा रहे युवकों के साथ मारपीट की।
शिकायतकर्ता अशोक के मुताबिक- मैं कॉलेज के गेट पर खड़ा था, विधायक गुढ़ा व उनके समर्थक रविंद्र सिंह पौंख ने जाति सूचक गालियां दी व मारपीट की। इस दौरान मेरी सोने की चेन व अंगूठी भी छीन ले गए।
पुलिस ने राज्य सरकार को मामला स्वीकृति के लिए भेजा था। सरकार से स्वीकृति मिलने के बाद सोमवार को मामला दर्ज हो गया। जांच सीआईडी सीबी को सौंपी गई है।
इनका ये कहना
सरकारी कॉलेज के उद्घाटन कार्यक्रम में किसी के साथ मारपीट या जाति सूचक गालियां निकालने जैसा कुछ नहीं हुआ था। चुनावी साल है, पक्ष-विपक्ष चलता रहता है। मुकदमा दर्ज करवाने के लिए जिसको यूज किया गया है, वह खुद ही बोल रहा है कि ऐसा कुछ नहीं हुआ था।
राजेंद्र सिंह गुढ़ा, विधायक उदयपुरवाटी
ये था मामला
29 सितंबर को उदयपुरवाटी विधायक राजेंद्र गुढ़ा सरकारी कॉलेज के उद्घाटन समारोह में पहुंचे थे। इसी दौरान वहां मौजूद कांग्रेस नेता संदीप सैनी के समर्थक सीएम अशोक गहलोत जिंदाबाद के नारे लगाने लगे। गुढ़ा समर्थक भी नारेबाजी करने लगे।
दोनों के समर्थकों में मारपीट हो गई। पुलिस ने बीच-बचाव कर मामला शांत कराया।
थाने के बाहर किया प्रदर्शन
घटना के बाद गहलोत समर्थक संदीप सैनी के नेतृत्व में कार्यकर्ता थाने के सामने एकत्र हो गए। उन्होंने विधायक गुढ़ा के खिलाफ आक्रोश जताया। उन्होंने गुढ़ा और उनके समर्थकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की।
सूचना मिलने पर ASP शालिनी थाने पहुंचीं। उन्होंने संदीप सैनी और उनके समर्थकों को समझाया। पुलिस ने बताया कि विधायक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने से पहले सरकार से स्वीकृति लेनी होती है।
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