हनुमानगढ - विश्वास कुमार
परिवार,बच्चों और अपनी पढ़ाई के बीच बैलेंस बनाना कतई आसान नही है।क्योंकि पढ़ाई के लिए आपको लक्ष्य पर स्थिरता बनाये रखना बहुत जरूरी है,ख़ासकर पीएचडी जैसी पढ़ाई के लिए,और एक भारतीय गृहणी के लिए बहुत मुश्किल होता है परिवार के बीच रहकर पढ़ाई करना,लेकिन एक किव्दन्ति है की अगर आपको लक्ष्य भेदना है तो अर्जुन की तरह मछली की आँख को ही लक्ष्य बनाना पड़ेगा ठीक ऐसा किया हनुमानगढ़ के प्रसिद्ध व्यवसायी और समाज सेवी विकास जुनेजा की पत्नी अंजू जुनेजा ने जिन्होंने परिवार,बच्चों,समाज और अपनी पढ़ाई के बीच बैलेंस बनाते हुए श्री खुशाल दास विश्वविद्यालय हनुमानगढ़ से शिक्षा विषय पर पीएचडी की डिग्री हांसिल की हें।शोधकार्य डॉ सुमनलता पाहवा के निर्देशन में "हनुमानगढ़ जिले के उच्च माध्यमिक स्तर के विधार्थियों में तनाव व चिंता पर योगाभ्यास का प्रभाव” विषय पर पूर्ण किया है।डाक्टरेट की उपाधि हांसिल करने के बाद अंजू ने कहा की वे हर संभव कोशिश करेगी की उनके शोध देश के लिए काम आये और इसका फायदा सबको मिले।अंजू किचन से पीएचडी की डिग्री हांसिल करने तक के सफर को RajKaj न्यूज़ से साँझा करते हुए बताती है की उसके परिवार के खासकर पति विकास जुनेजा और सास नीलम जुनेजा के सहयोग के बिना ये बिल्कुल संभव नही था,क्योंकि उन्हे पढ़ाई भी करनी थी घर भी संभालना था,एक साथ दोनों काम बहुत मुश्किल हो जाते अगर परिवार सहयोग नही करता तो,साथ ही उन्होंने SKD यूनिवर्सिटी स्टॉफ और इस डिग्री को हांसिल करने मे सहयोग के लिए सभी का आभार व्यक्त किया।डिग्री हांसिल करने के बाद रजनी और विकास जुनेजा परिवार को बधाई देने वालों का ताँता लगा है।
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