अलवर ब्यूरो रिपोर्ट।
साल 2018 में बसपा से चुनाव जीतकर कांग्रेस में शामिल हुए तिजारा के MLA संदीप यादव का किशनगढ़बास में खुद के फॉर्म हाउस पर वहां की जनता को संबोधित करते हुए का एक दिन पुराना वीडियो सामने आया है।
वीडियो में MLA अप्रत्यक्ष रूप से किसी नेता का नाम लिए बिना कह रहे हैं कि मैं तो बीजेपी का टिकट मांग रहा था, मुझे मिल जाता तो ठीए पर फिट था। लेकिन डिस्टर्ब भी आपने (बीजेपी नेता) किया। दो बार सारे नेताओं के पैर पकड़ कर आ गया।
दोनों बार टिकट नहीं देकर मुझे धोखा किया है। अब मैंने तो किशनगढबास वालों के सामने झोली ओट ली है। मेरे पास जो टिकट है वही ला सकता हूं। उसका समीकरण यहीं (किशनगढ़बास) बनता है।
वीडियो में यह कहा
सामने आए वीडियो में संदीव यादव ने कहा- मैं तो बीजेपी की टिकट मांग रहा था। मुझे वहां मिल जाती तो ठिए पर फिट था। डिस्टर्ब भी आपने किया। हमको दिक्कत यह आती है कि 40 हजार वोट हैं और पांच-पांच कैंडिडेट आपके नेताओं की ओर से खड़े कर दिए जाते हैं। इसलिए मुझे घर छोड़ना पड़ रहा है।
दो बार सारे नेताओं के पैर पकड़ आ गया। हमारे लोग कहते हैं बीजेपी का टिकट लेकर आओ। बीजेपी में सबके पैर पकड़ कर आया। दोनों बार मेरे साथ धोखा हुआ है। मेरा हाथ जोड़कर निवेदन है हमने तो शरण मांगी है। झोली ओट ली है किशनगढ़बास वालों के सामने। बाकी आप तय करेंगे। आपने आशीर्वाद दे दिया। मैं तो इससे खुश हूं।
मेरे पास जो टिकट है वही ला सकता हूं। उसका समीकरण मेरा यहां बनता है। वो टिकट मेरे हाथ में नहीं है। वो टिकट तुम्हारे हाथ में है तुम (किशनगढ़बास के बीजेपी नेता) लेकर दूसरी जगह लड़ लो। जो करेगी वो पब्लिक करेगी। मेरा हाथ जोड़कर निवेदन है। मेरा तो यही समीकरण बन रहा है।
मैं तो हाथ जोड़कर पहले कहकर आ रहा हूं। सबके पास वोट के लिए चलना पड़ेगा। हमारे पास सब समाज के लोग आए हैं। 36 बिरादरी के लोग हैं। व्यापारी, किसान व आमजन सबसे वोट मांगनी पड़ेगी। आप सबका बहुत बहुत धन्यवाद है। आप लोगों ने आशीर्वाद दिया तो पहले एमएलए बन गया।
आपकी आवाज रही तो टिकट भी मिलेगा। यह जरूर निवेदन कर रहा हूं कि धोखे से धक्का अच्छा है। मेरी मेहनत व भागदौड़ में कमी नहीं रहेगी। वैसे तो मुझे आश्वासन भी है। लेकिन आप सबका साथ जरूरी है। टिकट के बाद भी बहुत मेहनत रहेगी। आप सब एक दिन के निमंत्रण पर आ गए। आप सबका आशीर्वाद मेरे साथ है। फिर भी कोई डिसिजन बिरादरी का होगा तो मैं सबके साथ रहूंगा।
इन बातों का मतलबत क्या
विधायक प्रत्यक्ष रूप से बीजेपी के किसी नेता का जिक्र करते हुए कह रहे हैं कि मुझे तिजारा से बीजेपी का टिकट नहीं मिला। न आगे मिलने की संभावना है। बिना बीजेपी के टिकट के चुनाव मुश्किल है। कांग्रेस से भी उनको तिजारा से टिकट मिलता नहीं दिख रहा। वहां मुस्लिम समुदाय सबसे अधिक संख्या में है।
कांग्रेस पार्टी मुस्लिम को टिकट देती रही है। ऐसे में तिजारा एमएलए ने किशनगढ़बास की तरफ रुख किया है। उनको लगता है कि किशनगढ़बास में पार्टी उनको टिकट दे सकती है। लेकिन किशनगढ़बास आने से बीजेपी नेता रामहेत सिंह यादव का गणित बिगड़ जाता है।
इसलिए बीजेपी नेता से कह रहे हैं कि वे चाहे तो तिजारा से बीजेपी का टिकट लेकर चुनाव लड़ सकते हैं।
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