जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
पेपर लीक मामले का माेस्ट वांटेड चेहरा सुरेश ढाका 10 महीने बाद भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है। अब इसे ईडी भी तलाश रही है और पुलिस से पहले ढाका तक पहुुंचना चाहती है। इसके लिए ईडी ने ढाका काे आर्थिक मदद पहुंचाने वाले चेहराें की पहचान की है और उनके ट्रांजेक्शन और उनसे जुड़े लाेगाें की कड़ियां बनाते हुए ट्रांजेक्शन खंगाल रही है। ईडी का मानना है कि पिछले एक साल से फरार ढाका किसी भी जगह रहे, उसे पैसों की जरूरत पड़ ही रही हाेगी। जब ईडी ने इसे आधार मानकर कड़ी से कड़ी जाेड़ी तो कुछ सुराग हाथ लगे, जिनसे ढाका तक पहुंचने का रास्ता बन सकता है। ईडी सांचाेर से लेकर जयपुर तक कई साेर्सेस भी खंगाले चुकी है।
नेताओ काे जाेड़ने की कड़ी है ढाका
पेपर लीक मामले की कड़ी से कड़ी जाेड़ने और शिक्षक भर्ती के अलावा अन्य पेपर लीक हाेने की बात साबित करने के लिए ढाका अहम व्यक्ति है। ढाका ही पर्दाफाश कर सकता है कि उसके किन नेताओ और अफसराें से लेनदेन के संबंध थे। इस वजह से पुलिस और ईडी के लिए ये व्यक्ति महत्वपूर्ण बना हुआ है। उधर, पूर्व सांसद डाॅ. किराेड़ीलाल मीणा दावा कर रहे हैं कि राजनीतिक संरक्षण के चलते पुलिस ढाका तक पहुंच ही नहीं सकती।
रिमांड में कटारा से पूछताछ शुरू
ईडी ने पेपर लीक मामले में आरपीएससी के पूर्व सदस्य बाबूलाल कटारा और दलाल शेर सिंह मीणा को शुक्रवार को गिरफ्तार कर तीन दिन के रिमांड पर लिया था। बताया जा रहा है कि ईडी ने कटारा और मीणा से पूछताछ शुरू कर चुकी है और कई अहम जानकारियां जुटा रही है। इस पूछताछ को ढाका तक पहुंचने की अहम कड़ी माना जा रहा है। बता दें कि इस मामले में ईडी अब तक 30 से अधिक जगह छापे मार चुकी है। कटारा सहित 5 आरोपियों की प्रॉपर्टी अटैच कर चुकी है। कटारा, सुरेश बिश्नोई, सुरेश ढाका, भूपेंद्र सारण और शेर सिंह मीणा की करीब 3.11 करोड़ की प्रॉपर्टी को अटैच की जा चुकी है।
कांग्रेस राज में 66 हजार करोड़ के खान घोटाले हुए: डाॅ. किराेड़ी
भाजपा ऑफिस में राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने मीडिया से रूबरू हाेते हुए दावा किया कि कांग्रेस सरकार में 66 हजार करोड़ से ज्यादा का खान घोटाला हुआ है। इनमें 27 हजार करोड़ का खनिज घोटाला, 20 हजार करोड़ का बजरी घोटाला, 10 हजार 800 करोड़ का अरावली हिल्स घोटाला, 2500 करोड़ का हिंदुस्तान जिंक घोटाला, 2400 करोड़ का जिंदल कोयला घोटाला, 2000 करोड़ का जीआरसीसी घोटाला, 1000 करोड़ का सीमेंट घोटाला, 1000 करोड़ का एमनेस्टी घोटाला शामिल है। उन्हाेंने जल जीवन मिशन जैसे घाेटाले दाेहराते हुए कहा कि यूडीएच घोटाले सहित कई घोटालों में प्रदेश के मंत्री, ब्यूरोक्रेट और विधायक शामिल है। उन्होने कहा कि मंत्री महेश जोशी की ओर से मान हानि के नोटिस का इंतजार कर रहा हूं।
आगे भी घोटाले उजागर करुंगा: डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि सिचाई विभाग, यूडीएच और सूक्ष्म ऊर्जा में भी करीबन 20 हजार करोड़ का घोटाला है जो की में अगली पत्रकार वार्ता में खुलासा करूंगा ।
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