जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

विधानसभा चुनावों की आचार संहिता से पहले तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले खुलने की आस खत्म हो गई है। हालांकि गंभीर रोग से पीड़ित शिक्षकों को राहत मिल सकती है। बिड़ला ऑडिटोरियम में मंगलवार को शिक्षक सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादलों पर स्पष्ट कर दिया कि सरकार नीति तैयार कर रही है और इसके बाद ही तबादले होंगे। बिना नीति तबादले गलत हैं। सीएम कहा कि ढाई लाख तो ग्रेड थर्ड टीचर हैं।

उनका कहना है कि हमें वापस बुलाओ, अपने जिले में लाओ। यह जिले की भर्ती है। भर्ती के समय टीचर जिला चुनता है कि मैं बाड़मेर या जैसलमेर जाऊंगा। यह बड़ी समस्या है इसलिए ट्रांसफर की नई नीति बना रहे हैं। मैं सभी शिक्षकों का सहयोग चाहूंगा। सरकारें चुनाव से पहले 20 या 30 हजार ट्रांसफर कर भी देती हैं तो आप खुश हो जाएंगे। बिना पॉलिसी ट्रांसफर नहीं होने चाहिए। हर टीचर को तबादले का पता होना चाहिए कि उसका नंबर कब आएगा?

बहुत जरूरी मामलों में भी जनहित को देखा जाएगा

सीएम ने कहा कि मैंने शिक्षामंत्री को गुजरात-महाराष्ट्र की पॉलिसी की अच्छे से स्टडी को कहा है। इसके बाद भी किसी शिक्षक को कैंसर, किडनी जैसी बीमारियां हैं तो उसे शिक्षामंत्री अपने स्तर पर देखेंगे। बाकी पॉलिसी बनने के बाद हो जाएंगे। इसमें भी पब्लिक इंटरेस्ट का ध्यान रखा जाएगा।

कैंसर और किडनी जैसे रोग से पीड़ित शिक्षकों के तबादले की छूट

5 साल से इंतजार कर रहे हैं टीचर

तृतीय श्रेणी शिक्षकों के वर्ष 2018 में चुनाव से पहले तबादले खोले गए थे। 5 साल से शिक्षक इंतजार कर रहे हैं। अगस्त 2021 में शिक्षामंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने तबादलों के आवेदन मांगे थे। एक महीने तक चली आवेदन की प्रक्रिया में 85 हजार शिक्षकों ने आवेदन किया था। लेकिन सरकार ने इन शिक्षकों के तबादले अब तक नहीं खोले हैं।

दूसरे प्रदेशों की ट्रांसफर पॉलिसी का अध्ययन करेंगे

हमने कई राज्यों की तबादला नीति का अध्ययन करके नीति तैयार की थी। अब सीएम साहब ने कहा कि इन नीतियों की और अच्छे से स्टडी करो। हम एक बार फिर से स्टडी कर लेंगे। उनका कैंसर, किडनी रोग और असाध्य रोगों से ग्रसित शिक्षकों को राहत देने का भी मन है। -बीडी कल्ला, शिक्षामंत्री

कर्मचारी चयन बोर्ड: 3 लाख परीक्षार्थियों को झटका

नया कैलेंडर जारी, अब सभी भर्ती परीक्षाएं विधानसभा चुनाव बाद ही

राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने मंगलवार को भर्ती परीक्षाओं का नया कैलेंडर जारी कर दिया। अब सितंबर और अक्टूबर में होने वाली भर्ती परीक्षाओं समेत सभी एग्जाम की तारीख 5 महीने बढ़ा दी गई हैं। ये परीक्षाएं अब विधानसभा चुनावों बाद होंगी। अभी अप्रैल तक का कैलेंडर जारी हुआ है। कैलेंडर में 6 परीक्षाओं की तिथि घोषित की गई है। 11 भर्ती परीक्षाओं का सिर्फ महीना तय किया गया है। बोर्ड का कहना है कि भर्ती परीक्षाओं की गोपनीयता, प्रश्न पत्र बनाने और केंद्र जैसे कार्यों की संवेदनशीलता को देखते हुए कैलेंडर जारी किया गया है।

4 परीक्षाओं के परिणाम एक माह में : चार परीक्षाओं के परिणाम एक महीने में जारी होंगे। इनमें अध्यापक भर्ती लेवल2, वनपाल भर्ती, वनरक्षक भर्ती और मोटर वाहन उपनिरीक्षक भर्ती का अंतिम परिणाम बाकी है।

6 परीक्षाओं की नई तिथि घोषित

सूचना सहायक भर्ती : 21 जनवरी संविदा नर्स सीधी भर्ती : 3 फरवरी संविदा महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता : 3 फरवरी कृृषि पर्यवेक्षक भर्ती : 4 फरवरी कनिष्ठ लेखाकार व राजस्व लेखाकार : 11 फरवरी संगणक भर्ती परीक्षा का आयोजन : 3 मार्च

इन 11 भर्तियों का सिर्फ महीना तय

11 भर्ती परीक्षाओं का आयोजन मार्च-अप्रैल में हो सकता है। इनमें पर्यवेक्षक (महिला आंगनबाड़ी कार्यकर्ता) भर्ती, सुपरवाइजर भर्ती, उपकारापाल भर्ती, छात्रावास अधीक्षक ग्रेड भर्ती, पर्यवेक्षक महिला भर्ती, प्लाटून कमांडर भर्ती, छात्रावास अधीक्षक ग्रेड तृतीय भर्ती, कनिष्ठ सहायक संयुक्त भर्ती, पटवारी भर्ती और जेईएन भर्ती शामिल है।