अलवर ब्यूरो रिपोर्ट।
राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले सरकार जनता को हर तरीके से लुभाने में लगी है। कांग्रेस विधायक की मांग के बाद सरकार ने एक टोल प्लाजा बंद कर दिया है। ये टोल किशनगढ़ बास-कोटपूतली स्टेट हाईवे पर था। बताया जा रहा है कि लोकल स्तर पर ट्रेफिक ज्यादा होने और विधायक की मांग के बाद राज्य सरकार ने इस टोल को बंद करने के आदेश जारी कर दिए।
राजस्थान स्टेट रोड डेवलपमेंट एंड कंस्ट्रक्शन कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आरएसआरडीसी) की ओर से जारी आदेशों में किशनगढ़ बास से खैरथल के बीच घासीपुरा में संचालित टोल बूथ को बंद कर दिया। बताया जा रहा है कि किशनगढ़बास से कांग्रेस विधायक दीपचंद खैरिया ने इस टोल बूथ को बंद करने के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था। इसके बाद सरकार ने इस पर निर्णय करते हुए इसे बंद करने के आदेश जारी कर दिए।
63 किलोमीटर लंबा है स्टेट हाईवे
किशनगढ़बास से वाया खैरथल, बानसूर होते हुए कोटपूतली तक ये हाईवे 63 किलोमीटर लम्बा है। इस पर साल 2015 से टोल वसूल किया जा रहा है। इस पूरी रोड पर तीन जगहों पर टोल वसूला जाता है। इसमें किशनगढबास से खैरथल के बीच घासीपुरा में, खैरथल से टपूकड़ा चौराहे के बीच मातौर में और टपूकड़ा चौराहे से कोटपूतली के बीच बूटेरी में टोल बूथ है।
साल 2033 तक वसूला जाना है टोल
इस हाईवे की कुल लागत करीब 183 करोड़ रुपए आई है। इस पर निर्माणकर्ता को सितंबर 2033 तक टोल वसूली के अधिकार दिए गए थे, लेकिन अब घासीपुरा टोल बूथ बंद करने के बाद शेष रहे दो टोल बूथ पर वसूली साल 2049 तक प्रस्तावित की है। हालांकि इस पर अभी निर्णय नहीं हुआ है। बताया जा रहा है कि घासीपुरा टोल बूथ बंद करने से आरएसआरडीसी को हर साल 1.54 करोड़ रुपए का घाटा होगा।
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