कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने पार्टी में बड़े पदों पर बैठे नेताओं के परिवारों को ज्यादा पद देने पर निशाना साधा है। रंधावा ने कहा- मेरे पास टिकट मांगने के लिए ऐसे एप्लीकेशन आ रहे हैं, जिनमें बाप मंत्री, बेटा-बेटी अध्यक्ष, उसी परिवार के दूसरे सदस्य कुछ और पदों पर हैं। ऐसा कैसे चलेगा? अगर एक ही नेता का परिवार सब पद ले लेगा तो यूथ कांग्रेस का कार्यकर्ता कहां जाएगा? जब तक बड़े लीडर अपने परिवार को पीछे नहीं करेंगे, कांग्रेस कार्यकर्ता पार्टी के लिए मेहनत कैसे करेगा? रंधावा प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में यूथ कांग्रेस की बैठक में बोल रहे थे।
रंधावा ने कहा- कांग्रेस दोबारा आएगी, लेकिन एक काम करना होगा। हमें परिवार पर कंट्रोल करना होगा। अगर आप सब कुछ अपने घर में रखे हो तो कांग्रेस कैसे मजबूत होगी? बाप मंत्री, बेटा जिला प्रमुख, अरे सब कुछ आप ही रखोगे। अपने घर ही सब कुछ ले जाओगे। मैं देखता हूं बेटा अध्यक्ष, बेटी डेयरी अध्यक्ष, जब आपके परिवार को ही सब कुछ मिल जाएगा तो बाकी लोग कहां जाएंगे? जो कांग्रेस का परिवार है, वह कहां जाएगा?
...तो कार्यकर्ता कांग्रेस के लिए क्यों लड़ेगा?
रंधावा ने कहा- मेरे पिता जब तक राजनीति में एक्टिव थे, उन्होंने मुझे आगे नहीं किया। जब मुझे टिकट दिया तो उन्होंने एक्टिव राजनीति से संन्यास ले लिया। इसी तरीके की सोच कांग्रेस के सीनियर नेताओं को रखनी होगी। अगर नेता अपने परिवार की तरफ ही देखते रहेंगे तो कार्यकर्ता कांग्रेस पार्टी के लिए क्यों लड़ेगा? कांग्रेस कार्यकर्ता तभी पार्टी के लिए लड़ेगा, जब उसे लगेगा कि मेरा भी पार्टी में भविष्य है।
कांग्रेस में ऐसे काफी नेता, जिनके परिवार में कई पदाधिकारी
कांग्रेस में ऐसे नेताओं की लंबी कतार है, जिनके परिवार में कई पदाधिकारी हैं। आपदा राहत मंत्री गोविंद मेघवाल, शिक्षा राज्य मंत्री जाहिदा खान, विधायक जोगिंदर अवाना, किसान आयोग अध्यक्ष महादेव सिंह खंडेला, गिरिराज सिंह मलिंगा, रूपाराम धनदेव सहित कई कांग्रेस विधायकों और नेताओं के बेटे-बेटियां राजनीति में सक्रिय हैं। टिकट के दावेदार हैं।
चुनावों में यूथ कांग्रेस के टिकटों का कोटा तय
युवाओं को टिकट देने के सवाल पर रंधावा ने कहा- यूथ कांग्रेस के नेताओं को आश्वासन दिया है कि उन्हें भी चुनाव में प्राथमिकता मिलेगी। भले ही नेताओं के परिवार के सदस्यों के टिकट के आवेदन आए हों। जिस तरीके से पहले भी कुछ प्रतिशत यूथ कांग्रेस के लिए टिकट रखे जाते हैं। उसी तरीके से इस बार भी वह टिकट दिए जाएंगे ताकि यूथ और फ्यूचर पार्टी में एडजस्ट होता रहे। जो भी डिजर्व करेगा, उसे टिकट दिया जाएगा।
सर्वे के आधार पर टिकट
रंधावा ने कहा- जिन नेताओं के बेटे-बेटी टिकट मांग रहे हैं। उनका पार्टी सर्वे में रिकॉर्ड देखने के आधार पर ही चयन होगा। पार्टी में नेताओं के बेटे-बेटियों की दावेदारी से भाजपा नेताओं के परिवारवाद के आरोप पर रंधावा ने कहा- भाजपा नेता पहले अपने गिरेबां में झांकें। उनके कितने नेताओं ने बेटे-बेटी के लिए टिकट मांगे हैं।
बीजेपी के नेता तो ईडी और इनकम टैक्स
रंधावा ने कहा- बीजेपी के पास नेता नहीं हैं। उनके नेता तो ईडी और इनकम टैक्स हैं। ये कभी ईडी तो कभी इनकम टैक्स, कभी सीबीआई भेजकर हमें डराने की कोशिश कर रहे हैं। हम अंग्रेजों से लड़ाई में ही नहीं डरे तो इनसे क्यों डरेंगे।
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