बाड़मेर में भाजपा की परिवर्तन संकल्प यात्रा के दौरान केंद्रीय जल शक्ति मंत्री के आंखें निकाल देने वाले बयान पर AIMIM चीफ असद्दुदीन ओवैसी ने G-20 जोड़ते हुए केंद्र सरकार को घेरा है। उन्होंने X पर पोस्ट कर लिखा कि- G-20 के पॉइंट 78 के खिलाफ मोदी सरकार के मंत्री हिंसा भड़काने की वकालत करते हैं। दरअसल, मंत्री शेखावत ने 5 सितंबर को सभा में सनातन धर्म की खिलाफत करने वालों की आंखें निकाल देने की बात कही थी।
सनातन धर्म की खिलाफत करने वालों की आंखें निकाल लेंगे: केंद्रीय मंत्री शेखावत
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने 5 सितंबर को बाड़मेर की जनसभा में कहा था कि डीएमके पार्टी के चीफ मिनिस्टर के बेटे ने सनातन धर्म की तुलना कोरोना से की। उन्होंने देश से सनातन को समाप्त करने की बात कही। जल शक्ति मंत्री ने कहा कि सौगंध है मुझे हमारे पूर्वजों की चाहे वो महाराजा सूरजमल होंगे या फिर वीर दुर्गादास, उनकी सौंगध खाकर उठकर खड़ा होना पड़ेगा। जो भी सनातन धर्म के विरोध में बात करेगा हर बोलने वाले जीभ को बाहर निकाल देंगे, जो सनातन धर्म की ओर आंख उठाकर देखेगा, उस हरेक आंख को हम उंगली डालकर बाहर निकाल देंगे।
हम चुनौती देते है कि इस सनातन धर्म के विरूद्ध बात करने वाला कोई भी व्यक्ति देश में राजनीतिक ताकत ओर हैसियत बनाकर नहीं रख पाएगा। बता दें कि डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन ने 2 सितंबर को तमिलनाडु में आयोजित एक कार्यक्रम में सनातन धर्म को सामाजिक बुराइयों के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए इसे समाज से खत्म करने की बात कही थी। इसी के जवाब में जल शक्ति मंत्री ने यह बयान दिया।
ये है बिंदु 78 जिसपर ओवैसी ने केंद्र सरकार को घेरा
दरअसल, 9-10 सितंबर को दिल्ली में आयोजित हुए G-20 में कई बिंदुओं पर चर्चा की गई थी। इसमें से एक पॉइंट 78 में धर्म-विश्वास की स्वतंत्रता और विविधताओं का सम्मान करने की बात कही गई है। इसी को लेकर ओवैसी ने केंद्र सरकार को घेरा।
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