उदयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
जिले की बहुचर्चित नगर पालिका भींडर एक बार फिर सुर्खियों में है। भ्रष्टाचार एवं अपने पद का दुरुपयोग करने के एक मामले में राज्य सरकार ने मंगलवार को आदेश जारी कर जनता सेना की पालिकाध्यक्ष निर्मला भोजावत को अध्यक्ष व सदस्य पद से निलंबित कर दिया। राज्य सरकार के इस आदेश से एक बार फिर वल्लभनगर की सियासत गरमा गई है। नगर पालिका भींडर में वर्तमान में जनता सेना का बोर्ड है व कांग्रेस विपक्ष में है। इससे दोनों के बीच टकराव चल रहा था।
पालिकाध्यक्ष पर भ्रष्टाचार एवं भूमाफियाओं से साठगांठ के आरोप: मामला जेतपुरा के पास स्थित एक बेशकीमती जमीन पर पालिका द्वारा फर्जी पट्टे जारी करने से जुड़ा हुआ है।
स्वायत्त शासन विभाग ने एक आदेश जारी कर भींडर नगरपालिका द्वारा धरता ग्राम पंचायत एवं चारगदिया ग्राम पंचायत द्वारा अपास्त किए गए अवैध एवं शून्य पट्टों को अध्यक्षा द्वारा अधिकारियों एवं भूमाफियाओं से साठगांठ कर बेशकीमती जमीन के पट्टे जारी करने से संबंधित प्रकरण में उपनिदेशक स्थानीय निकाय विभाग उदयपुर द्वारा जांच की गई थी।
जिसके अनुसार पालिका और पट्टेधारियों के बीच सेशन कोर्ट और उच्च न्यायालय के मध्य वाद विचाराधीन होने के उपरांत भी पट्टे जारी करने, 69 ए के अंतर्गत अवैध पट्टे जारी करने जिसमें नगरपालिका को राजस्व हानि होने, भूमि ग्रीन बेल्ट उपयोग के लिए आरक्षित होने के बावजूद भूमि की किस्म परिवर्तन करते हुए आवासीय पट्टे जारी करने का आरोप है।
जो स्पष्ट रूप से सिविल रीट पिटीशन गुलाब कोठारी बनाम राजस्थान सरकार में पारित आदेश की अवमानना है। डीडीआर द्वारा जांच में पालिकाध्यक्ष निर्मला भोजावत एवं अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों को दोषी पाया गया। मामले में पालिकाध्यक्ष को स्पष्टीकरण नोटिस जारी किया गया था, जिसका वह संतोषप्रद जवाब नहीं दे पाई। इस पर पालिकाध्यक्ष को अपने पद का दुरुपयोग करने पर राजस्थान नगरपालिका अधिनियम 2009 की धारा 39(6) के अंतर्गत प्रदत शक्तियों का प्रयोग करते हुए राज्य सरकार द्वारा निलंबित कर अध्यक्ष पद एवं सदस्य पद से तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया। प्रकरण को न्यायिक जांच के लिए विधि विभाग को प्रेषित कर दिया है।
"सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी ने दुर्भावनावश यह कार्रवाई करवाई है। हम इस मसले को लेकर कोर्ट की शरण में जाएंगे। पिछले तीन साल में 13 ईओ बदल दिए गए, इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि कांग्रेस हमें काम नहीं करने देना चाहती है।"
रणधीर सिंह भींडर, जनता सेना संस्थापक
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