चित्तौड़गढ़-प्रतापगढ़ दुर्ग उत्पादक संघ में हाल की के दिनों में दूध का कलेक्शन दोगुना होकर प्रतिदिन 2 लाख लीटर तक पहुंच गया है। मुख्यमंत्री की योजना के तहत 5 रुपए प्रति लीटर दूध पर दिया जा रहा है, जिससे आय में वृद्धि हुई है। वर्ष 2022-23 में 347 करोड़ का दूध खरीदा और विभिन्न उत्पाद की बिक्री 260 करोड़ रही है। वहीं बीते वर्ष में चित्तौड़गढ़ डेयरी ने 58 लाख 50 हजार का शुद्ध लाभ कमाया है। यह बात चित्तौड़ डेयरी के चेयरमैन बद्री जगपुरा ने शुक्रवार को कही।
चित्तौड़गढ़ डेयरी कार्यालय में उन्होंने बताया कि शनिवार को चित्तौड़ डेयरी की 11वीं आम सभा होने वाली है। आम सभा के आयोजन को लेकर तैयारियां की जा रही है। इसमें विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। आम सभा के बाद में मिशन 2030 को लेकर चर्चा कर किसानों से सुझाव मांगे जाएंगे। आम सभा में प्रदेश के सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना, राज्य मंत्री सुरेन्द्र सिंह जाड़ावत, जिला कलक्टर पीयूष सामरिया, एसपी राजन दुष्यंत आदि अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे। डेयरी चेयरमेन जगपुरा ने बताया कि वर्ष 2022-23 में दूध की अधिकतम औसत दर 47.47 रुपए प्रति लीटर रही है। राज्य सरकार से कुल दूध पर 26 करोड़ 84 लाख रुपए का अनुदान मिला। वहीं 5 करोड़ 51 लाख 65 हजार 667 लीटर दूध का कलेक्शन हुआ है। इस पर औसत फैंट 5.86 प्रति लीटर रही है। इसके बदले डेयरी में 32 लाख 32 हजार 555 किलो घी बना है। डेयरी चेयरमैन ने बताया कि चित्तौड़ डेयरी के पास 1400 मैट्रिक टन दूध पाउडर का स्टॉक है जो कि 50 करोड़ 40 लाख रुपए का है। साथ ही 52 करोड़ 25 लाख का 950 मैट्रिक टन घी का स्टॉक भी है। चित्तौड़ डेयरी की लेनदारी अन्य संघ से 40 करोड़ रुपए की है। उन्होंने बताया कि आगामी दिनों के डेयरी के कई प्रस्ताव है। आगामी दिनों में 85 नई बीएमसी चित्तौड़गढ़ व प्रतापगढ़ जिले में खोलने के प्रस्ताव है। वहीं पाउडर प्लांट भी शीघ्र चित्तौड़ डेयरी में खोला जाएगा।
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