राजस्थान में वैट कम करने की मांग को लेकर पेट्रोल पंप संचालकों का आंदोलन बढ़ता जा रहा है। इसका सबसे ज्यादा असर जयपुर में नजर आ रहा है। लगातार दूसरे दिन जयपुर में 750 से ज्यादा पेट्रोल पंप सुबह 10 से शाम 6 बजे तक बंद है। हालांकि जयपुर शहर में तेल कंपनियों के 5 पंप पर पेट्रोल मिल रहा है।
पेट्रोल पंप बंद होने के कारण विद्याधर नगर, MI रोड, मुरलीपुरा, वैशाली नगर समेत पूरे शहर में जनता परेशान होती नजर आई। उधर, सरकार के बातचीत की पेशकश नहीं करने से नाराज पेट्रोल पंप संचालकों ने शुक्रवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रहे हैं।
बिना पेट्रोल काम बंद हुआ
विद्याधर नगर स्थित पेट्रोल पंप पर अपनी लोडिंग गाड़ी में डीजल भराने गए विश्राम ने बताया- गाड़ी में डीजल खत्म हो गया है। पेट्रोल पंप संचालक लाख मिन्नतों के बाद भी डीजल नहीं भर रहे हैं, जिसके कारण गाड़ी यहीं पर जाम हो गई है। अगर आज मेरी गाड़ी नहीं चली तो मेरी कमाई पर सीधा असर पड़ेगा। मैं लोडिंग का काम करके ही दाल-रोटी का जुगाड़ करता हूं। हड़ताल हम जैसे गरीब परिवारों के लिए आफत बन गई है। सरकार को इस मुद्दे पर जल्द फैसला लेना चाहिए।
जयपुर के वैशाली नगर में पेट्रोल भरने पहुंचे आदित्य शर्मा ने कहा- सरकार और पेट्रोल पंप संचालकों की लड़ाई का सबसे ज्यादा नुकसान जनता को हो रहा है। मैं आज ऑफिस के लिए निकला था, लेकिन पेट्रोल नहीं होने की वजह से अब मैं ऑफिस नहीं पहुंच पाऊंगा और मेरी सैलरी कटेगी। इसका भुगतान न तो मुझे पेट्रोल पंप संचालक देंगे और न ही सरकार। मैं सरकार को सभी टैक्स देता हूं, लेकिन सरकार और पेट्रोल पंप संचालकों की लड़ाई मेरा फाइनेंशियल नुकसान कर रही है।
मरीज से मिलने अस्पताल जाना था, पेट्रोल ढूंढते हुए खुद की हालत खराब हो गई
मुरलीपुरा के रहने वाले मुकेश चौधरी ने कहा- मैं करीब एक किलोमीटर का पैदल चक्कर काट चुका हूं। किसी पंप पर कोई पेट्रोल भरने के लिए तैयार नहीं है। मुझे सवाई मानसिंह अस्पताल में किसी मरीज से मिलने जाना था। इस गर्मी में गाड़ी को घसीटते-घसीटते अब तो मेरी खुद की हालत मरीज जैसी हो गई है। पेट्रोल पंप संचालकों और सरकार को इस मुद्दे पर जल्द समाधान निकालना चाहिए, ताकि आम जनता को और ज्यादा परेशान न होना पड़े।
राजस्थान सरकार को हुआ 44 करोड़ का नुकसान
राजस्थान पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र सिंह भाटी ने कहा कि प्रदेशभर में पेट्रोल पंप संचालकों की 1 दिन की हड़ताल से राजस्थान सरकार को 44 करोड़ रुपए के राजस्व का नुकसान उठाना पड़ा है। कल 1 दिन की हड़ताल से प्रदेश के पेट्रोल पंप पर लगभग 15 हजार 231 लीटर डीजल और 68 हजार 859 लीटर पेट्रोल की बिक्री प्रभावित हुई है। जो आज और ज्यादा बढ़ने की उम्मीद है। सरकार अपनी हठधर्मिता नहीं छोड़ रही है, जबकि हम गांधीवादी तरीके से अपनी जायज मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
राजस्थान पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष सुनीत बगई ने कहा कि अगर सरकार वैट कम कर देती है, तो इसका सबसे ज्यादा फायदा आम जनता के साथ सरकार को भी मिलेगा। क्योंकि वैट कम होने से प्रदेश में पेट्रोल और डीजल की खपत बढ़ेगी। पड़ोसी राज्यों से होने वाली कालाबाजारी पर अंकुश लगेगा। जिससे सरकार के राजस्व में भी करोड़ों की बढ़ोतरी होगी, जबकि आम जनता को भी पेट्रोल और डीजल 9 से लेकर 15 रुपए तक सस्ता मिलेगा।
जयपुर में हड़ताल के दौरान खुले हैं ये पेट्रोल पंप
- हिंदुस्तान पेट्रोलियम - चंदवाजी बाइपास
- हिंदुस्तान पेट्रोलियम - जगतपुरा
- हिंदुस्तान पेट्रोलियम - सेंट्रल जेल के सामने
- भारत पेट्रोलियम - 22 गोदाम सर्किल
- भारत पेट्रोलियम - सांगानेर
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