जयपुर के मोती डूंगरी गणेश मंदिर, नहर के गणेश जी, गढ़ गणेश समेत कई मंदिरों में गणेश चतुर्थी का जश्न मनाया गया। मोती डूंगरी गणेश मंदिर में सुबह 4 बजे मंगला आरती से शुरुआत हुई। भगवान का दूध पंचामृत से अभिषेक किया गया। इसके बाद दिन में अलग-अलग समय पर विशेष पूजा की गईं। मोती डूंगरी के दर्शन करने दूर-दराज के इलाकों से भक्त पहुंचे। इसमें पदयात्री नंगे पैर भगवान के दर्शन के लिए समूह में पहुंचे। गणेश चतुर्थी के मौके पर मोती डूंगरी में भगवान गणेश को सोने का मुकुट धारण करवाया। साथ ही चांदी के सिंहासन पर विराजमान किया गया।
मोती डूंगरी में दर्शन के लिए पुरूष, महिला और परिवार के लिए अलग अलग व्यवस्था की गई। यह व्यवस्था एमडी रोड़, जेएलएन. मार्ग और रिजर्व बैंक तख्तेशाही मार्ग पर की गई। निशक्तजन के लिए विशेष रिक्शे भी लगाए गए।
चप्पे चप्पे पर है पुलिस की नजर
मोती डूंगरी मंदिर में भीड़ को देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की गई। सुरक्षा और यातायात व्यवस्था के लिए पुलिस का अतिरिक्त जाब्ता तैनात किया गया। मोती डूंगरी गणेश मंदिर के चारों ओर बैरिकेडिंग की गई। इससे भीड़ को नियत्रिंत किया गया। मंदिर परिसर के आसपास सीसीटीवी कैमरों के जरिए निगरानी रखी गई। वहीं, कंट्रोल रूम के जरिए पुलिस अधिकारियों ने तमाम सुरक्षा व्यवस्था पर निगरानी रखी।
गोविंद देवजी मंदिर की तरह मोती डूंगरी में भी AI तकनीक वाले कैमरे लगाए गए। इन कैमरों के जरिए पुलिस अपराधियों का डाटा ऐप पर अपलोड किया। AI तकनीक आधारित कैमरों को चेहरे पहचानकर ऐप से जोड़कर काम में लिया गया। इससे भीड़ में शामिल बदमाशों को भी चिह्नित किया जाएगा।
मोती डूंगरी गणेश जी मंदिर में जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में पिछले कई दिनों से अलग-अलग कार्यक्रम किए गए। सोमवार की शाम भगवान गणेश जी महाराज का सिंजारा मनाया गया। इस दिन शाम 6.15 बजे भगवान गणेश जी महाराज के पट खुले। भगवान गणेश के दर्शन करने के लिए भक्तों की देर रात तक लंबी लाइन लगी रही। भगवान गणेश जी महाराज को स्वर्ण मुकुट धारण करवाया गया। जो कि गणेश चतुर्थी पर ही धारण करवाया जाता है।
भगवान गणेश जी का सिंजारा पूजन किया गया। उन्हें मेहंदी धारण करवाई गई। इस दौरान डंके व खिलोने आदि भी भगवान को भेंट किए गए। वहीं, सिंजारे की मेंहदी धारण करवाने के बाद शाम 7.30 बजे भक्तों को 3100 किलो मेंहदी का प्रसाद बांटा गया।
तीन महीने में तैयार हुआ नौलखा हार
इससे पहले भगवान गणेश जी महाराज का विशेष नौलखा हार के भाव जैसा शृंगार हुआ। इसमें मोती, सोना, पन्ना, माणक आदि के भाव दर्शाए गए। इसको बनाने में करीब तीन महीने का समय लगा। भगवान को चांदी के सिंहासन पर विराजमान किया गया। भगवान गणेश जी महाराज को विशेष पोशाक धारण करवाई गई।
कल निकलेगी शोभायात्रा
श्री गणेश मन्दिर मोती डूंगरी जयपुर की ओर से बुधवार को शोभायात्रा निकाली जाएगी। यात्रा मोती डूंगरी गणेश मंदिर से रवाना होकर श्री गढ़ गणेश गणपति मंदिर के नीचे वाले चौक तक जाएगी। यह शोभायात्रा मोती डूंगरी रोड़, जौहरी बाजार, बड़ी चौपड़, त्रिपोलिया बाजार, छोटी चौपड़, गणगौरी बाजार, ब्रह्मपुरी होते हुए गढ़ गणेश मंदिर पहुंचेगी।
जयपुर में झोटवाड़ा के तारानगर स्थित गणेश मंदिर में भी 2100 मोतीचूर के लड्डुओं की झांकी सजाई गई। इन लड्डुओं को 3 दिन में तैयार किया गया हैं। गणेश मंदिर ट्रस्ट की ओर से भजन संध्या भी रखी गई है। ट्रस्ट के व्यवस्थापक किशोर सिंह ने बताया- भक्तों के लिए आज मंदिर में रात 12 बजे तक दर्शन खुले रहेंगे।
जयपुर में झोटवाड़ा के तारानगर स्थित गणेश मंदिर में भी 2100 मोतीचूर के लड्डुओं की झांकी सजाई गई। इन लड्डुओं को 3 दिन में तैयार किया गया हैं। गणेश मंदिर ट्रस्ट की ओर से भजन संध्या भी रखी गई है। ट्रस्ट के व्यवस्थापक किशोर सिंह ने बताया- भक्तों के लिए आज मंदिर में रात 12 बजे तक दर्शन खुले रहेंगे।
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