भीलवाड़ा ब्यूरो रिपोर्ट।
14 साल की नाबालिग से गैंगरेप और उसे भट्टी में जिंदा जलाने के मामले में भीलवाड़ा पुलिस ने एक माह में चार्जशीट पेश कर दी है। नाबालिग के साथ दो भाइयों ने रेप किया था। नाबालिग का दर्द समझे बिना दोनों आरोपियों की पत्नियों ने भी उनका साथ दिया और उसे जिंदा ही भट्टी में झोंक दिया। जब नाबालिग का परिवार उसे ढूंढता हुआ भट्टी पर पहुंचा तब शव निकालते हुए उसका धड़ अलग हो गया था।
कालू कालबेलिया - इस अपराध की शुरुआत कालू ने ही की थी। 2 अगस्त की सुबह 9 बजे नाबालिग अपने मवेशी लेकर अकेली खेत पर आ गई थी। वहां कालू काम कर रहा था। कुछ देर पर नाबालिग का पिता खेत पर आया और कालू को छाछ की बोतल देकर बाहर जाने की बात कही और बेटी का ध्यान रखने के लिए कहा। कालू ने खेत पर नाबालिग को अकेला देख उसके साथ रेप किया।
कान्हा कालबेलिया - कालू जब नाबालिग से रेप कर रहा था। उसके पास ही बनी कोयला भट्टी पर कान्हा काम कर रहा था। वहां नाबालिग के चिल्लाने की आवाज सुनकर कान्हा कालू व नाबालिग के पास गया। जहां नाबालिग रो रही थी। कान्हा ने जब नाबालिग को उस हालत में देखा तो उसने मदद करने के बाद उसके साथ रेप किया।
पत्नियां - लाड कालबेलिया व नाबालिग - नाबालिग के साथ दोनों भाइयों ने रेप कर दिया। इसके बाद नाबालिग ने अपने पिता व भाई को इस बारे में बताने की धमकी दी। इस पर कालू ने नाबालिग के सिर पर लाठी से वार किया। जिससे नाबालिग वहीं तड़पते हुए बेहोश हो गई। नाबालिग की आवाज सुनकर कालू की पत्नी लाड कालबेलिया व कान्हा की नाबालिग पत्नी वहां आ गई। इसके बाद कालू व दोनों महिलाओं ने नाबालिग को जिंदा ही एक जलती हुई भट्टी में डाल दिया। वहीं, कान्हा नाबालिग की बकरियों को उसके घर पर छोड़कर आ गया।
ससुराल के लोगों ने बनाया अधजले शव को फेंकने का प्लान
नाबालिग को भट्टी में जलाने के बाद कालू, कान्हा और उनकी पत्नियां घबरा गई थीं। इसके बाद कालू ने अपने साले पप्पू व संजय को बात बताई। इस पर वह दोनों भी भट्टी के पास पहुंच गए। इधर, संजय ने अपने पिता प्रभु कालबेलिया, मां गीता कालबेलिया व नाबालिग बहन को घटना बताई। इसके बाद वह भी मौके पर पहुंच गए।
इस बीच, शाम को करीब तीन बजे नाबालिग के परिजन उसे ढूंढते हुए खेत पर आए। परिजनों द्वारा नाबालिग को ढूंढता देख सभी घबरा गए। इसके बाद शव के अधजले अवशेष को फेंकने का प्लान बनाया गया। इस पर प्रभु कालबेलिया ने भट्टी का दरवाजा खोला और शव को फावडे़ से बाहर निकाला। बाहर निकालते समय सिर धड़ से अलग हो गया। इसके बाद नाबालिग के नहीं जले हुए पार्ट को संजय व कमलेश लेकर पास ही तालाब में फेंक कर फरार हो गए। इधर, प्रभु, गीता, नाबालिग बेटी भी वहां से निश्चिंत होकर निकल गए।
ऐसी हैवनियत के बाद सब नॉर्मल
पुलिस ने अपनी चार्जशीट में बताया कि जब परिजन नाबालिग को खेत व आस-पास में ढूंढ रहे थे। उससे पहले आरोपियों ने नाबालिग को जिंदा ही भट्टी में फेंक दिया था। लेकिन किसी के चेहरे पर इतना गंभीर अपराध करने के बाद भी डर नहीं था।
30 दिन में पुलिस की कार्रवाई
इस घटना की रात को सूचना मिलने के बाद भीलवाड़ा पुलिस अलर्ट मोड पर आ गई थी। मौके से पुलिस को ग्रामीणों ने तीन युवकों को पकड़ कर सौंप दिया था। इसके बाद एक -एक कर इस अपराध में शामिल 9 आरोपी व 2 नाबालिग पुलिस की पकड़ में आ गए। इन 30 दिनों में पुलिस ने नाबालिग के शरीर के बचे हुए अवशेष की डीएनए जांच करवाई। इसमें पुलिस ने भंवरी देवी हत्याकांड केस की भी मदद ली। इसके बाद पुलिस ने मौके के पूरे घटनाक्रम को 473 पेज की चार्जशीट में तैयार किया गया। और आरोपियों के खिलाफ 48 गवाह बनाए गए।
8 सितंबर तक आरोपी फिर रिमांड पर
कोटडी सीओ श्याम सुंदर विश्नोई ने बताया कि नाबालिग गैंगरेप व हत्याकांड मामले में तीन महिलाओं सहित 9 आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट पेश की है। पुलिस ने इस मामले में 2 नाबालिग को भी डिटेन किया। दोनों को बाल सुधार गृह में रखा गया है। इधर, इस मामले में पुलिस ने सभी आरोपियों को पूछताछ के लिए 8 सितंबर तक के फिर से रिमांड पर लिया है।
अब आगे क्या
सरकार की ओर से इस मामले के सभी आरोपियों को जल्द से जल्द सजा दिलवाने का वादा किया गया है। इसके चलते इस मामले को स्पेशल फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जा रहा है। इस मामले की डे टू डे सुनवाई होगी और एक महीने के अंदर ही सजा सुनाई दिलवाने का प्रयास होगा। इस पूरी जांच की एडीजी दिनेश एमएन निगरानी कर रहे हैं।
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