जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
इस्कॉन श्री श्री गिरधारी दाऊजी मंदिर, मानसरोवर, जयपुर में जन्माष्टमी का पावन पर्व गुरुवार 7 सितंबर को बड़े धूमधाम से मनाया जाएगा ।
पूरे विश्व में इस्कॉन के 2000 से अधिक मंदिर है, जो की कृष्ण जन्मोत्सव को भव्य तरीके से मनाते हैं। इस्कॉन मंदिर जयपुर के अध्यक्ष श्रीमान पंचरत्न दास जी ने बताया कि जन्माष्टमी वह दिन है जब भगवान कृष्ण इस धरती पर अवतरित हुए और जिनका उद्देश्य था कि धर्म की स्थापना हो और समाज में भाईचारा व सौहार्द बना रहे।
उन्होंने बताया कि इस उत्सव का मुख्य उद्देश्य जन मानस तक भगवत गीता की शिक्षा को पहुंचाना है।
उत्सव में 2050 युवा देंगे सेवा
जन्माष्टमी के इस उत्सव पर करीबन 2500 युवा अपनी सेवाएं देंगे । इस बार जन्माष्टमी के दिन कई तरह की प्रतियोगिताएं एवं गेम्स कराए जाएंगे , जिसके माध्यम से लोगों को धार्मिक एवं मानव मूल्यों के बारे में पता लगेगा और इस दिन जयपुर के कई उद्योगपति मिलकर आने वाले दर्शनार्थियों के लिए नींबू पानी एवं प्रसाद की व्यवस्था भी करेंगे।
इस्कॉन जयपुर की फेस्टिवल कमेटी के अध्यक्ष आर के शर्मा जी ने बताया कि इस बार 4 लाख से ज्यादा भक्तों का आवागमन रहेगा, इसलिए पुलिस और सुरक्षा बलों की उत्तम व्यवस्था की गई है।
मुहाना थाना के S.H.O. ने जन्माष्टमी पर हो रहे सुरक्षा कार्यों का निरीक्षण किया। जन्माष्टमी पर देश-विदेश से लाए गए विभिन्न प्रकार के फूलों से भगवान का श्रृंगार किया जाएगा। सुरक्षा की दृष्टि से इस बार कई पुलिस कर्मी एवं निजी सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे।
अनुष्ठान के तहत सुबह 4:30 बजे मंगला आरती से भगवान के दर्शन प्रारंभ हो जाएंगे और यह मध्य रात्रि 12:00 बजे तक रहेंगे। साथ ही संपूर्ण राजस्थान से कई प्रसिद्ध कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे।
1008 प्रकार का भव्य भोग होगा तैयार
भगवान को 1008 तरह के व्यंजनों का भोग लगाया जाएगा। इस अवसर पर मंदिर के भक्त भगवान के लिए तैयार केक का भोग लगाएंगे। 8 सितंबर को मंदिर में इस्कॉन के संस्थापक आचार्य श्रीला प्रभुपाद का 127 वा जन्मदिन भी धूमधाम से मनाया जाएगा।
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