जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
गुरु बृहस्पति 16 साल बाद सोमवार को वक्री हो रहे हैं। यानी उल्टी चाल चलेंगे। गुरु की यह चाल शाम 7:40 बजे बदलेगी। इसके बाद 118 दिनों तक वक्री अवस्था में ही रहेंगे। इसके बाद 31 दिसंबर को सुबह 8:10 दिन फिर से मार्गी अवस्था में चलेंगे। वर्तमान में गुरु ग्रह मेष राशि में गोचर कर रहे हैं। बृहस्पति की यह उल्टी चाल चार राशियों मेष, मिथुन, कुंभ और कर्क राशि के लोगों पर गुरुकृपा बरसाएगी।
ज्योतिष परिषद एवं शोध संस्थान अध्यक्ष ज्योतिषाचार्य पं. पुरुषोत्तम गौड़ ने बताया कि नक्षत्रों का लेखा-जोखा और ग्रहों की बदलती दिशा जातकों की राशियों पर भी प्रभाव डालती है। ज्योतिषशास्त्र में बृहस्पति का वक्री की स्थिति को बहुत ही महत्व दिया गया है। बृहस्पति की वक्री होने से कुछ राशियों का भाग्य चमक सकता है। उन्होंने बताया कि जिस व्यक्ति की राशि में गुरु शुभ स्थिति में होते हैं, उनकी जिंदगी में कभी किसी चीज की कमी नहीं होती। मेष : गुरु का वक्री होना काफी शुभ साबित होगा। इन राशियों के लोग बड़े फैसले लेने में सक्षम होंगे। धन संपत्ति का फायदा होगा। जीवन में खुशियां आएंगी और पॉजिटिविटी का माहौल बनेगा। जो लोग राजनीति में हैं, उनको खास लाभ मिल सकता है। मिथुन : इनके लिए गुरु की वक्री अवस्था अच्छे और शुभ फल लाने वाली है। नौकरीपेशा लोगों को नए ऑफर मिलेंगे और प्रमोशन के योग बनेंगे। सामाजिक दायरा अच्छा होगा। व्यापार में अच्छा रिजल्ट मिलेगा।
जो लोग प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में लगे हैं उनके लिए भी यह समय फलदायक रहेगा। कुंभ : इन लोगों को गुरु काफी शुभ फल प्रदान कर सकता है। उनके आत्मविश्वास में इजाफा होगा। शुभ समाचार मिले सकते हैं। जहां प्रयास कर रहे हैं वहां सफलता मिलने के योग बन रहे हैं। धन और संपत्ति का फायदा होगा। कर्क: पैतृक संपत्ति का लाभ मिलने के योग बनेंगे। आकस्मिक धन लाभ की खबर मिल सकती है। नौकरीपेशा लोगों को भी नए मौके मिल सकते हैं। निजी जीवन में भी शुभ समाचार मिलने के संकेत हैं।
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