जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

राजस्थान में ओल्ड पेंशन स्कीम को लेकर राजस्थान यूनिवर्सिटी के कर्मचारियों का विरोध लगातार बढ़ता जा रहा है। रविवार को यूनिवर्सिटी के कर्मचारियों ने बैठक कर सरकार के खिलाफ आर पार की लड़ाई का ऐलान किया। राजस्थान यूनिवर्सिटी के शैक्षणिक संघ के अध्यक्ष डॉ संजय कुमार ने बताया- मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने साल 2022 में यूनिवर्सिटी के कर्मचारियों की पेंशन का भार राज्य सरकार द्वारा उठाने की घोषणा की थी।

लेकिन इसके बावजूद इस घोषणा को लागू नहीं किया गया है। इसकी वजह से पिछले 2 महीने से ओल्ड पेंशन संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले राजस्थान यूनिवर्सिटी, जेसीटीएसएल और जयपुर मेट्रो सहित अनेक संस्थाओं की और से लगातार विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है।

इसके बाद सरकार ने 25 अगस्त को OPS की विसंगतियों को दूर करने का आदेश निकाला। लेकिन उसमें भी 15% राशि कर्मचारियों को जमा करने की शर्त रख दी गई। जिससे कर्मचारियो में भारी नाराजगी है। ऐसे में जब तक सरकार बिना शर्त OPS लागू नहीं करेगी। हमारा आंदोलन जारी रहेगा।

डॉ संजय कुमार ने बताया कि राजस्थान यूनिवर्सिटी में 863 पद खाली हैं। पिछले लम्बे वक्त से नई भर्ती नहीं हो रही है। बावजूद इनके यूनिवर्सिटी के सैकड़ो कर्मचारियों की ड्यूटी चुनाव में लगा दी जाएगी। जिससे यूनिवर्सिटी के मूल काम प्रभावित होंगे। ऐसे में सरकार राजस्थान यूनिवर्सिटी के कर्मचारियों की ड्यूटी चुनाव में नहीं लगाए। इसके साथ ही बिना शर्त OPS लागू करें। तभी हम हमारा आंदोलन खत्म करेंगे।