अजमेर ब्यूरो रिपोर्ट। 

अजमेर के अराई थाना क्षेत्र में शुक्रवार (18 अगस्त) को हुई दलित महिला की मौत के मामले में उसके बेटे ने किशनगढ़ विधायक और अराई थानाधिकारी पर आरोपी की मदद करने का आरोप लगाया है। महिला के बेटे का आरोप है कि आरोपी ने प्रॉपर्टी विवाद के चलते उसकी मां का किडनैप किया और फिर मर्डर कर रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया। आरोप है कि विधायक के दबाव में थानाधिकारी ने जबरन मां और नानी से प्लॉट के डॉक्युमेंट पर हस्ताक्षर करवा लिए थे।

इधर, इस मामले में किशनगढ़ विधायक सुरेश टांक ने घटना पर संवेदना जताते हुए कहा कि मामले में नाम आना राजनीतिक साजिश है। वहीं कई लोग इस मामले में आरोपी मुकेश कलाल को मेरा पीए (निजी सहायक) बता रहे हैं। मेरा एक ही सहायक है जिसका नाम शुभम शर्मा है और अजमेर का रहने वाला है। पुलिस अभी जांच कर रही है, मामले की निष्पक्ष जांच होगी।

बेटे ने लगाया विधायक पर आरोप

बेटे गोविंद खटीक (31) ने कहा कि 19 अगस्त, शनिवार शाम 7 बजे थाना जीआरपी किशनगढ़ पुलिस को शिकायत दी थी। इस शिकायत में लिखा कि, उसकी नानी नौरतीदेवी (90) का अराई में 600 गज का प्लॉट है। अराई निवासी मुकेश कलाल पुत्र लालाराम कलाल ने प्लॉट हड़पना चाहता था। इसके लिए 14 अगस्त को प्लॉट पर चारदीवारी करवा रहा था। जब गोविंद की मां (सरोज देवी) को पता चला कि जमीन पर चारदीवारी की जा रही है तो वो छोटे बेटे गौतम के साथ पहुंची और विरोध किया। इस दौरान मुकेश कलाल ने उनके साथ मारपीट की।

गोविंद का आरोप है कि इसके बाद वह अपनी मां को लेकर 14 अगस्त को अराई थाना पहुंचा तो मदद करने की बजाय थानाधिकारी भंवर सिंह राव ने उन्हें धमका कर भगा दिया। इस दौरान आरोपी मुकेश कलाल भी वहां मौजूद था। गोविन्द का आरोप है कि अगले दो दिन बाद 16 अगस्त को थानाधिकारी ने किशनगढ़ विधायक सुरेश टांक के दबाव में जबरन मेरी नानी नौरतीदेवी और मां सरोजदेवी को बेचान नामा बनवाने के लिए धमकाया गया। जातिसूचक शब्दों से अपमानित कर हमसे थाने में जबरन हस्ताक्षर करवाए गए। इससे पूरे घटनाक्रम में मां सरोज देवी को मानसिक प्रताड़ना झेलनी पड़ी। 18 अगस्त को जब हम उठे तो हमें मां सरोज घर पर नहीं मिली। उसकी बॉडी किशनगढ़ के रेलवे ट्रैक पर मिली।

बता दें कि, 18 अगस्त को अराई थाना क्षेत्र में रेलवे ट्रैक पर भील कॉलोनी निवासी सरोज (45) पत्नी संतोष खटीक की डेडबॉडी मिली थी। महिला की पहचान किशनगढ़ रोड के पास भील कॉलोनी निवासी सरोज के रूप में हुई। मृतका का बड़ा बेटा गोविन्द और छोटा बेटा गौतम (20) निजी नौकरी करता है। जबकि, पति संतोष अराई में सिलाई का काम करता है।

डेडबॉडी मिलने के बाद परिजनों ने महिला का अपहरण कर हत्या करने का आरोप लगाया। परिजनों का कहना है कि किशनगढ़ विधायक के एक जानकार मुकेश कलाल ने सरोज की हत्या कर डेडबॉडी रेलवे ट्रैक पर फेंक दी।

तीन दिन से परिजनों ने नहीं लिया था शव
पुलिस उपाधीक्षक किशनगढ़ (ग्रामीण) जरनैल सिंह ने कहा कि मृतका के बेटे गोविंद ने उसकी मां की हत्या होने का आरोप लगाते हुए शव उठाने से इनकार कर दिया था। शनिवार सवेरे से गोविंद से पुलिस-प्रशासन ने कई दौर की बातचीत की। शनिवार शाम भी मृतका के परिजनों से समझाइश करने मॉर्च्युरी के बाहर पहुंचे थे।

यहां परिजनों से समझाइश की गई, लेकिन परिजनों और समाज के लोगों ने जमीन विवाद और मृतका को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोपी अराई निवासी मुकेश कलाल की गिरफ्तारी की मांग पर अड़ गए। मामले में कई घंटों तक गतिरोध बना रहा। इसके बाद परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया।

रविवार को हुआ पोस्टमॉर्टम
पुलिस उपाधीक्षक (जीआरपी) हर्षित ने बताया कि मुकेश कलाल की गिरफ्तारी की मांग को लेकर परिजन रविवार सुबह तक मॉर्च्युरी हाउस के बाहर बैठे रहे। रविवार सुबह 10 बजे मॉर्च्युरी के बाहर भी समझाइश की। परिजनों की मांग पर उन्होंने एफआईआर की कॉपी परिजनों को सौंपी। इसके बाद परिजन पोस्टमॉर्टम के लिए माने। पुलिस उपाधीक्षक (जीआरपी) हर्षित ने बताया कि परिजनों की ओर से दी गई रिपोर्ट के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है। मामले में निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

वहीं पुलिस उपाधीक्षक किशनगढ़ (ग्रामीण) जरनैल सिंह ने बताया कि परिजनों की ओर से दी गई रिपोर्ट में जिन बिन्दुओं का जिक्र किया गया हैं, उन पर जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की सहमति बनने के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है।