करौली ब्यूरो रिपोर्ट। 

केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि ईआरसीपी को लेकर प्रदेश की गहलोत सरकार राजनीति कर रही है। इसे लेकर भ्रम फैलाया जा रहा है। अगर मुख्यमंत्री में इतना ही साहस है तो वह खुले मंच पर आकर ईआरसीपी पर चर्चा करें। वे मुख्यमंत्री या उनके किसी भी प्रतिनिधि से संवाद के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ईआरसीपी की डीपीआर में आ रही तकनीकी खामी को दूर करें। केन्द्र सरकार योजना को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने के लिए हमेशा तैयार रही है।

भाजपा की एक होटल में आयोजित बैठक में केन्द्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि वर्ष 2016 में भाजपा सरकार में मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने ईआरसीपी की कल्पना की थी। 2017 में इसकी डीपीआर तैयार हुई, लेकिन मध्यप्रदेश सरकार से एनओसी नहीं मिल सकी। इसके आगे प्रयास होते, उससे पहले प्रदेश में सरकार बदल गई। इसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने महज एक बार इसके लिए प्रयास करते हुए उस समय मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिखा, लेकिन वहां से इस परियोजना को अस्वीकार कर दिया गया। तब से लेकर अब तक दोनों राज्यों के बीच सहमति बनाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।

मंत्री शेखावत ने माना कि पूर्वी राजस्थान में पानी का संकट है। पेयजल की भी बड़ी समस्या है। वे बोले कि ईआरसीपी को लेकर उन्होंने 9 बार दिल्ली में राजस्थान व मध्यप्रदेश के बीच बैठक आयोजित की, लेकिन बैठकों में एक बार भी ना तो कांग्रेस के मंत्री और ना ही अधिकारी पहुंचे। इसके बाद मुख्यमंत्री गहलोत से तिथि तय करें मैं भारत सरकार के अधिकारियों को लेकर जयपुर मीटिंग करने आया, लेकिन इस बैठक में भी नहीं आए। इस दौरान मंत्री ने करौली आने के दौरान कुछ युवकों द्वारा ईआरसीपी को लेकर नारे लगाने पर कहा कि 5-10 युवकों को उकसा कर मेरे खिलाफ नारा लगाने के लिए प्रेरित किया है।

केवल तीन जिलों को मिलेगा पानी
इस परियोजना के नाम पर जनता से धोखा किया है। इसमें लागत 15 से 16 हजार करोड़ रुपए आएगी है। इससे महज तीन जिलों जयपुर, अजमेर, टोंक को ही पानी मिलेगा, जबकि 10 जिले इससे पूरी तरह वंचित रहेंगे।

गहलोत पर निशाना, मोदी की सराहना
शेखावत ने प्रदेश की गहलोत सरकार पर खूब निशाना साधा। उन्होंने राज्य में भ्रष्टाचार बढ़ने, महिलाओं पर अत्याचार बढ़ने और सरकार पर तुष्टीकरण की नीति अपनाने के आरोप लगाए। कहा कि योजनाओं में प्रदेश अंतिम पायदान पर है। प्रदेश में बलात्कार, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, महंगाई बढ़ी है और अपराधी बेलगाम हुए है। उन्होंने करौली सहित जोधपुर, भीलवाड़ा में दंगों को लेकर कहा कि कांग्रेस की तुष्टीकरण की नीति से सांप्रदायिक ताकतों का हौसला बढ़ा है। इसी क्रम में मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश विकास के पथ पर अग्रसर हो रहा है।