जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

जयपुर नगर निगम हेरिटेज में विवाद दिनों दिन बढ़ते जा रहे हैं। मेयर मुनेश गुर्जर पर हुई निलंबन की कार्रवाई के बाद अब स्वायत्त शासन विभाग ने उप महापौर समेत 10 पार्षदों को नोटिस जारी किया है। इसका जवाब देकर पार्षदों ने अपनी ही सरकार की कार्य शैली पर सवाल खड़े किए हैं। पार्षदों का आरोप है कि उनको बैक डेट में नोटिस जारी हुए हैं, क्योंकि उनको नोटिस 15 अगस्त और 16 अगस्त के दिन पहुंचे हैं। इन पार्षदों ने संगठन से जुड़े आला नेताओं से इसकी शिकायत भी की है।

कांग्रेस के सीनियर पार्षद उमरदराज ने कहा- स्वायत्त शासन विभाग द्वारा राजेंद्र वर्मा विवाद पर हमें धारा 39 के तहत नोटिस जारी किया गया है, जबकि उस पूरे मामले में पार्षदों की नहीं बल्कि राजेंद्र वर्मा की गलती थी। इसकी पुलिस जांच अब तक भी पूरी नहीं हुई है। इसके बावजूद पार्षदों पर दबाव बनाने के लिए नोटिस जारी किए जा रहे हैं, जो पूरी तरह गलत है।

जयपुर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष आरआर तिवाड़ी ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार होने के बावजूद कांग्रेसी पार्षदों को नोटिस मिलना और मुकदमे लगना दुर्भाग्य की बात है। संगठन पूरी तरह से कांग्रेसी पार्षदों के साथ है। पार्षदों के साथ मैंने उनकी समस्या को जयपुर की प्रभारी मोना तिवाड़ी तक पहुंचाया है। हमें पूरी उम्मीद है, पार्टी आलाकमान इस पूरे मामले पर संज्ञान लेते हुए सही फैसला करेगी।

तिवाड़ी ने कहा- इस तरह के विवाद से हमारे नेताओं को भी बचना चाहिए। उनको मीडिया में आकर बेवजह बयानबाजी नहीं करनी चाहिए। इसका गलत मैसेज जाता है। अगर किसी पार्षद को कोई समस्या है, तो उन्हें PCC आना चाहिए, न की किसी विधायक के घर जाकर बैठक करनी चाहिए।

कांग्रेस के पार्षद आपस में लड़ने में व्यस्त
इस पूरे विवाद पर जयपुर शहर बीजेपी अध्यक्ष राघव शर्मा ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि इतिहास में पहली बार बिना मेयर के नगर निगम चल रहा है। इससे शहर की हालत बद से बदतर हो चुकी है। कांग्रेसी पार्षद आपस में ही लड़ने में व्यस्त है। उनको जनता की परेशानियों और शहर के विकास से कोई लेना-देना नहीं है।

इन पार्षदों को जारी हुए नोटिस
राजेंद्र वर्मा की शिकायत के आधार पर निलंबित मेयर हेरिटेज मुनेश गुर्जर, उप महापौर असलम फारूकी, पार्षद उमर दराज, नीरज अग्रवाल, श. कुरैशी, सुनिता मावर, राविया, अंजलि, आयशा सिद्दीकी, फरीद कुरैशी को नोटिस जारी हुए थे। इसको लेकर अब कांग्रेसी पार्षदों के साथ जयपुर कांग्रेस के जिला अध्यक्ष ने भी अपनी ही सरकार की करवाई पर सवाल खड़े कर दिए हैं।