जयपुर में डीजीपी उमेश मिश्रा ने सोमवार को क्राइम रिपोर्ट पेश की। इस दौरान नासिर जुनैद हत्याकांड की एफआईआर में मोनू मानेसर का नाम होने के बाद बी गिरफ्तार नहीं किए जाने के सवाल पर उन्होंने बताया- नूंह हमारी टीम गई थी। मैं हरियाणा पुलिस पर कोई आरोप नहीं लगाना चाहता। इसमें मुख्य मुद्दा इंटेलिजेंस का हैं। मैं ये भी बता दूं की डायरेक्ट मोनू का इस घटना में कोई इनवॉल्मेंट नहीं है। बैक ग्राउंड में उसकी भूमिका को लेकर जांच जारी है। उसके लिए पुलिस प्रयास कर रही हैं। दरअसल, नासिर जुनैद हत्याकांड
उन्होंने कहा- हम यह नहीं कह सकते है कि हरियाणा पुलिस कितना सहयोग कर रही है। नहीं कर रही है। यह पब्लिक में नहीं कह सकते। यह फैक्ट है कि अब तक उसका रोल हमारे सामने नहीं आया है। जो शेष अपराधी हैं। उनके बारे में हरियाणा पुलिस को निवेदन किया है।
राजस्थान में अवैध हथियार, मादक पदार्थों की तस्करी और गैंगस्टरों को लेकर डीजीपी उमेश मिश्रा ने कहा- राजस्थान पुलिस हार्ड कोर बदमाशों पर शिकंजा कसने के लिए अच्छा काम कर रही है। एरिया डोमिनेंस अभियान के जरिए प्रदेशभर में विशेष अभियान चलाकर बदमाशों के ठिकानों पर दबिश दी गई। 21 हजार से अधिक बदमाशों को गिरफ्तार किया गया। राज्य सरकार की ओर से संगठित अपराधों के खिलाफ बनाया गए कानून से आगे बेहतर परिणाम सामने आएंगे। राजस्थान में अवैध हथियारों और मादक पदार्थों के खिलाफ भी प्रभावी कार्रवाई की गई है।
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