जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

जयपुर जिले के जमवारामगढ़ इलाके में किडनैप कर दलित पर पेशाब करने और जूते चटवाने का मामला पुलिस जांच में झूठा पाया गया है। पूर्व DG नवदीप सिंह ने पुलिस पर नाजायज दबाव बनाने के लिए प्लानिंग के तहत यह मामला दर्ज करवाया था।

PHQ की ओर से शुक्रवार को प्रेस नोट जारी किया। पुलिस प्रारम्भिक जांच में सामने आया है कि मामला पूर्व DG नवदीप सिंह की शह पर दर्ज करवाया गया है। कई सालों से जमवारामगढ़ इलाके के गांव टोडालडी आंधी में इस जमीन पर निवास कर रहे स्थानीय कब्जाधारी आदिवासी व दलित समुदाय के लोगों से पूर्व DG नवदीप सिंह का विवाद चल रहा है। नवदीप सिंह ने इन कब्जों का हटाने के लिए अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए दूसरे हलके के पटवारी को बुलाकर पत्थरगढ़ी करवानी चाही। इन्होंने पुलिस अधिकारियों पर भी दबाव बनाने की कोशिश की, लेकिन संभावित अवैधानिकता व कानून व्यवस्था की स्थिति को ध्यान में रखते हुए पुलिस इनके नाजायज दबाव में नहीं आई।

जमीन के लिए नवदीप सिंह की ओर से किए गए कृत्यों के संबंध में स्थानीय निवासियों ने अनुसूचित जाति/जनजाति एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज करवाया। इस मामले का अनुसंधान डिप्टी SP शिव कुमार भारद्वाज की ओर से किया जा रहा था। नवदीप सिंह ने इस मामले में शीघ्र FR देकर मामले को तत्काल बंद करने के लिए अनुचित दबाव डालना प्रारम्भ कर दिया। सोची समझी साजिश के तहत अपने व्यक्ति से कोर्ट के आदेश पर यह मुकदमा दर्ज करवाया। करीब एक महीने के बाद मीडिया का ध्यान आकर्षित करने एवं पुलिस पर दबाव बनाने के साथ ही विवादास्पद जमीन पर दोबारा कब्जा करने के लिए यह साजिश रची गई। गैर हलके में जाकर गैर कानून तरीके से पत्थरगढ़ी करने के मामले कलेक्टर की ओर से संबंधित पटवारी को निलंबित किया जा चुका है।

गौरतलब है कि पूर्व में नवदीप सिंह को उनके की ओर से विधिविरुद्ध कार्य करने पर पुलिस की ओर से गिरफ्तार किया जा चुका है। इनके पुलिस मुख्यालय में पदस्थापन के समय राजकीय यात्रा के दौरान वाहन चालक से मारपीट करने पर एससी/एसटी प्रावधानों के अनुसार मुकदमा दर्ज करवाया गया था।

इसी प्रकार इनके द्वारा आर्मी एरिया में कानून हाथ में लेकर जवान के साथ मारपीट करने पर सेना द्वारा इनके विरुद्ध मुकदमा दर्ज करवाया गया। बीकानेर पुलिस अधीक्षक व भरतपुर डीआईजी का इनका कार्यकाल अत्यंत विवादास्पद रहा है और इनके विरुद्ध अनेक आरोप लगे थे। नवदीप सिंह पर अनेक आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं।