जोधपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी ने सोमवार को जोधपुर के बासनी में मरुधरा इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (MIA) के नवनिर्मित सभागार का लोकार्पण किया। इस दौरान सीएम गहलोत और विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी ने एक दूसरे की जमकर तारीफ की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके 2 मित्र उनकी कमजोरी हैं। जिनमें एक सीपी जोशी और दूसरे हैं दिवंगत जुगल काबरा।

स्पीकर जोशी ने कहा- सीएम गहलोत ने जिन परिस्थितियों में एक सरकार को चलाया है वह उनका मन या वह खुद ही जानते हैं। इतना होने के बावजूद उन्होंने राजस्थान को आगे बढ़ाने का काम किया है। 1980 में पहली बाहर जब विधायक बना तब से लेकर आज तक अशोक गहलोत से खास संबंध है। आज जिस जगह मै पहुंचा हूं उसमे उनका बड़ा रोल है। मुझे बहुत खुशी है कि मैंने सीएम के तौर पर उनके काम करने का तरीका देखा है। आज राजस्थान में जो बदलाव हो रहा है उसे मैंने बहुत नजदीक से देखा है।

जोशी ने कहा- अशोक गहलोत में जो गुण हैं वह बहुत कम आदमी में होते हैं। मेरे और उनके बीच वैचारिक मतभेद लंबे समय से रहे हैं और रहेंगे। क्योंकि उनका और मेरे काम करने का तरीका अलग है। इस दौरान उन्होंने कहा कि बहुत कम लोगों में ये क्षमता होती है कि वे सबको साथ लेकर चलें। ये बहुत मुश्किल है। आज के परिप्रेक्ष्य में केवल अपनी सूझ-बूझ और राजनीतिक कौशल के चलते ये सरकार 5 साल चल पाई।

जोशी ने कहा- मैंने राजनीतिक कार्यकर्ता के तौर पर देखा है कि व्यक्ति जो जिम्मेदारी लेता है उसका निर्वहन करना कितना कठिन होता है। जिस मुकाम पर मुख्यमंत्री पहुंचे हैं वहां वे किन परिस्थितियों में काम कर रहे हैं, ये वे खुद ही जानते हैं या उनका मन जानता है। कैसे संघर्ष के समय में सब चीजें करने के बाद में भी राजस्थान को आगे बढ़ाने का काम किया है। कोरोना में जिस तरह का प्रबंधन किया वो काम बिरले आदमी ही कर सकते हैं।

गहलोत बोले- राजस्थान बीमारू स्टेट के तमगे से बाहर

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के 2030 के विजन को लेकर कहा कि आज राजस्थान बीमारू स्टेज से बाहर निकलने में कामयाब हुआ है। जब आदमी विजन रखता है तो उसे यदि उम्मीद होती है कि उसके विजन को मतदाता समझे। यदि उस विजन मतदाता नहीं समझता है तो उस पर ब्रेक लग जाता है।

देश में पॉलिटिकल एजुकेशन को लेकर बात करते हुए सीपी जोशी ने कहा कि आज देश में पॉलिटिकल एजुकेशन की कमी है। संसदीय लोकतंत्र में हमने वार्ड पंच, प्रधान, विधायक, एमपी के चुनाव की व्यवस्था स्वीकार की, ताकि योग्य व्यक्ति चुनकर आ सकें।

आज बैंकिंग क्षेत्र में ट्रांसपेरैंसी की बात की जा रही है लेकिन लोगों को पता ही नहीं कि मनमोहन सिंह के समय में बैंकिंग क्षेत्र में डीबीटी शुरू कर दी गई थी। आधार कार्ड को लेकर मनमोहन सिंह की सोच थी। आज ट्रांसपेरैंसी की बात जो करते हैं इस काम को आधार से लिंक करने की अवधारणा पूर्व पीएम मनमोहन सिंह की थी। जबकि पीएम नरेंद्र मोदी ने 6 माह तक इसे रोके रखा।

स्पेक्ट्रम को लेकर बात करते हुए उन्होंने कहा- 1जी और 2जी के ऑक्शन नहीं हुए थे, लेकिन मनमोहन सिंह की सरकार ने 3जी का ऑक्शन किया। इससे सरकार के बजट में 60 हजार करोड़ रुपए आए, जबकि इसके पहले की सरकार ने यदि इसका ऑक्शन किया होता तो सरकार के खजाने में कितने रुपए आते लेकिन आज यह बात कितने लोगों को मालूम है। कैसे इस देश के लोगों को समझाएं।

सीपी जोशी ने कहा- आज की नई पीढ़ी को पॉलिटिकल एजुकेशन की कमी है। पॉलिटिकल लिट्रेसी नहीं होने की वजह से इस देश की पार्लियामेंट्री डेमोक्रेसी कमजोर हो रही है। आज लोगों को जाति और धर्म के नाम पर एजुकेट किया जा रहा है, जबकि उन्हें पॉलिटिकली एजुकेट नहीं किया जा रहा है।

यदि इस देश में पंडित जवाहर लाल नेहरू ने आईआईटी, साइंस इंस्टीट्यूट की स्थापना नहीं को होती तो आज देश इतनी तरक्की नहीं कर पाता। जवाहर लाल नेहरू ने पॉलिटिकल इंस्टीट्यूट, जूडिशरी, इसरो, साइंस सेक्टर को ताकत दी।

अपने अनुभव साझा करते हुए जोशी ने कहा- जोधपुर में पानी, बरसात की कमी के बीच इन एंटरप्रेन्योर ने खुद को तैयार किया है। आज हिंदुस्तान के कोने-कोने में इन्होंने अपनी एक अलग पहचान बनाई है। आज नॉर्थ ईस्ट का कोई इलाका नहीं जहां राजस्थानी काम न कर रहे हो। उन्होंने स्किल सेंटर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की बात भी कही। फ्यूचर की तैयारी को लेकर एआई के स्किल सेंटर खोलने की सीख दी।

वहीं अपने संबोधन में सीएम ने विजन 2030 को लेकर बात करते हुए कहा कि मैंने 40 साल पहले एमपी के तौर पर शुरुआत की थी। उस वक्त हमने मरुधर एक्सप्रेस सहित 2 ट्रेन शुरू की थी। तब दिल्ली में कितने घंटे लगते थे। उस समय ट्रेन से पानी आता था, लेकिन तब और आज का शहर बदल गया है। अब यहां क्रांति हो गई है।

आज जो जोधपुर है वो पुरानी पीढ़ी ही जानती हैं। ये देश का एकमात्र शहर है जहां वो सारी संस्थाएं हैं जो किसी और शहर में नहीं हैं। यहां पर एम्स, एनआईएफटी, आईआईटी, आयुर्वेद, एफडीडीआई सहित कई संस्थान हैं।

राजस्थान में बंजर भूमि पहले हमारे लिए अभिशाप थी, लेकिन आज वहां उद्योग लग रहे हैं। आय बढ़ रही है। आर्थिक रूप से देश में राज्य नंबर 2 पर है। जबकि उत्तर भारत के राज्यों में राजस्थान नबर 1 पर है। आईटी सेक्टर में हम नंबर 1 पर हैं।

आज राजस्थान एजुकेशन, आईटी हर सेक्टर में आगे बढ़ रहा है। इसलिए हमने एक सपना देखा कि हम वर्तमान पीढ़ी के लोग नई पीढ़ी को क्या सौंपकर जाएं। इसके लिए 2030 का विजन बनाया। उस समय किसकी सरकार होगी मैं उस पर नहीं जा रहा, लेकिन ये सोच होनी चाहिए की हमारा राजस्थान आगे होना चाहिए। इस विजन का लोगों से खूब सपोर्ट भी मिल रहा है।

अपनी सरकार की योजनाओं की तारीफ करते हुए कहा कि आज देश के राज्यों के अंदर हमारी राज्य की योजनाओं के आधार पर मेनिफेस्टो बनना शुरू हो गए। ग्रामीण ओलिंपिक हमने शुरू किए तो उसमें बच्चों से लेकर बड़ों का रुझान सामने आया। 80 उम्र के लोगों ने भी कबड्डी खेली।

इस तरह के कार्यक्रमों से राजस्थान में खेलों को लेकर माहौल बनता है। इस बार 60 लाख लोगों ने रजिस्ट्रेशन करवाया जिनमें 25 लाख महिलाएं है। हमारे यहां खेलों में अच्छा प्रदर्शन करने वालों को भी रिवार्ड दिया जा रहा है।

राजस्थान सड़कों में अव्वल

मुख्यमंत्री ने कहा- आज 1 लाख 50 हजार किमी सड़कें राजस्थान में बनाई जा रही है। इनमें 70 हजार किमी सड़कें बन चुकी हैं। आज राजस्थान में गुजरात जैसी सड़कें बन रही हैं। इस दौरान क्षतिग्रस्त सड़कों को लेकर कहा कि इसका मुझे अहसास भी है। आज शहर में गैस पाइप लाइन बिछाने का काम शुरू हो गया है। उसकी वजह से सड़कें टूटती भी हैं। उन्हें ठीक करवाने का काम भी किया जा रहा है।

नेहरू की सोच थी

पंडित नेहरू ने देश में जिन संस्थानों की स्थापना की उनके परिणाम आज देश को नजर आ रहे हैं। 60 साल पहले उनकी जो सोच थी उसके परिणामस्वरूप आज चंद्रयान 3 लॉन्च किया गया। हमने 70 साल में जो किया उनकी भी बात होनी चाहिए लेकिन आज उनकी आलोचना की जा रही है। आज देश में संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। कहीं पर भी छापे पड़ रहे हैं तो समझ जाओ कि वहां चुनाव हैं। बड़े बड़े उद्योगपति डरे हुए हैं कि कुछ बोलेंगे तो छापे पड़ जाएंगे। आज हालात बहुत गंभीर हैं।

गांधी की वजह से मोदी को सम्मान

मुख्यमंत्री ने कहा- मैंने मानगढ़ में पीएम मोदी को कहा था कि आप दुनिया में जाते हो वहां आपका सम्मान होता है। क्योंकि दुनिया जानती है कि आप गांधी के देश से हो। जिस देश में लोकतंत्र की जड़ें मजबूत हैं। इसलिए उनका सम्मान होता है। हमने अहिंसा और शांति विभाग बनाया है। जो दुनिया में पहला है।

देश कर रहा तरक्की

देश को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा- हिंदुस्तान और पाकिस्तान एक साथ आजाद हुए थे। आज हिंदुस्तान कहां पहुंच गया, जबकि पाकिस्तान में अभी गृह युद्ध चल रहा है। पैर के अंगूठे के फ्रेक्चर को लेकर बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉक्टर बोले ऐसा केस पहले कभी नहीं आया। जब दोनों पैरों के अंगूठे एक साथ फ्रेक्चर हो गए हों।