विधानसभा चुनावों की तैयारी को लेकर कांग्रेस की पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की शुक्रवार को हुई बैठक में दो नेताओं ने जातिगत जनगणना करवाने और ओबीसी आरक्षण बढ़ाने के फैसलों पर सवाल उठाए। इस पर नाराज सीएम अशोक गहलोत ने भी पलटवार करते हुए नेताओं को खरी-खरी सुना दी।
विधायक रघु शर्मा ने जब जातिगत जनगणना के फैसले पर सवाल उठाते हुए इससे चुनावों में नुकसान होने की आशंका जताई तो गहलोत ने उन पर तंज कसते हुए कहा - तुम तो नेशनल लीडर हो, राहुल गांधी से ही सीधी बात क्यों नहीं कर लेते? आपको पता है यह हमारी पार्टी का नेशनल स्टैंड है और आप इस तरह की बात कह रहे हो। कर्नाटक में राहुल गांधी ने बोला था, बाकी जगह भी कांग्रेस का यही स्टैंड है।
रघुवीर मीणा बोले - आदिवासियों के बीच ओबीसी की घोषणा का क्या मतलब?
बैठक के दौरान वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद रघुवीर मीणा ने आदिवासी इलाके मानगढ़ की सभा में एसटी आरक्षण की जगह ओबीसी आरक्षण पर घोषणा करने को पार्टी के लिए नुकसानदायक बताते हुए इस पर सवाल उठाए। मीणा ने कहा कि आदिवासी दिवस की सभा में आदिवासियों के बीच ओबीसी आरक्षण बढ़ाने की घोषणा का क्या तुक था? आदिवासियों के बीच उनके हित की बात करते तो ज्यादा उचित होता, उनके हित की बात बोली नहीं और दूसरों के बारे में घोषणाएं करते रहे। े
आदिवासी इस बात से नाराज हैं कि हमारा अधिकार दूसरों को दिया जा रहा है। उसका दंड हमारी पार्टी भुगतेगी। मैं यह नहीं कह रहा हूं कि ओबीसी को क्यों दिया, ओबीसी के लिए किसी और मंच पर घोषणा कर देते। आदिवासियों के बीच ओबीसी की घोषणा का तुक नहीं था। मुझे पार्टी के नुकसान की चिंता है, इसलिए बात कही है।
रघुवीर मीणा के सवाल उठाने पर गहलोत ने कहा - मुझे पता है कहां क्या घोषणा करनी है? सीएम सबका होता है, मेरी प्रायोरिटी सब लोग हैं। कोई बात कहां रखें, मैं मुख्यमंत्री हूं इतना तो जानता ही हूं।मैं जब पहली बार सीएम बना था तब एससी, एसटी, ओबीसी का आरक्षण बढ़ाया था। कमजोर तबके के लोगों को फिर कौन पूछेगा? मैंने अच्छाई के लिए ही सब किया है। अब तो सलूंबर को जिला बना दिया और आपके चुनाव जीतने का रास्ता साफ कर दिया, फिर भी यह बात बोल रहे हो। सबको साथ लेकर चलना होता है।
मंत्री प्रताप सिंह ने अग्रेसिव होने की सलाह दी
बैठक के दौरान खाद्य मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने बीजेपी के आरोपों पर आक्रामक होने की सलाह दी। खाचरियावास ने कहा- हमें आक्रमक रुख अपनाकर जवाब देना होगा।
गहलोत ने मंत्री प्रताप पर भी तंज कसते हुए कहा - प्रताप सिंह बोलते-बोलते पता नहीं कौन सा ट्रैक पकड़ लेते हैं, पता नहीं क्या-क्या बोल जाते हैं?
ये तो हमारे केसी वेणुगोपाल हैं जो अनुशासन के मामलों में कार्रवाई करने में थोड़ा वक्त लगाते हैं, अगर इनकी जगह मैं होता तो बता देता, मैं तो अनुशासन के मामले में कार्रवाई करने में देर नहीं लगाता।
सीएम का डांगी पर तंज, कहा - कम से कम एक सीट जितवाने की तो जिम्मेदारी लीजिए
गहलोत ने राज्यसभा सांसद नीरज डांगी पर भी तंज कसा। गहलोत ने कहा - राज्यसभा सांसद बन गए हो, कम से कम एक सीट तो जितवाने की जिम्मेदारी ले लीजिए।
दो बार मौके दिए गए, जीते नहीं तो पार्टी ने राज्यसभा सांसद बना दिया। कम से कम अब तो एक सीट जितवाने की जिम्मेदारी लेनी ही चाहिए।
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