अजमेर ब्यूरो रिपोर्ट।  

लंबे समय से फरार चल रहे कुख्यात डकैत धन सिंह की पत्नी ने एसपी कार्यालय पहुंचकर पुलिस अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा है। धन सिंह की पत्नी का आरोप है कि सादा कपड़ों में कुछ लोग उसके घर पहुंचे और तोड़फोड़ करके उसके 4 परिवार वालों को साथ ले गए हैं। साथ ही धन सिंह का पता न बताने पर उसका एनकाउंटर करने की बात कही है। मामले में एसपी को लिखित शिकायत सौंपते हुए अपने पति की सुरक्षा की मांग की है।

प्रदेश भर के अलग-अलग थानों में दर्ज गंभीर मामलों के आरोपी डकैत धन सिंह उर्फ धनसा उर्फ धनु प्रताप सिंह की पत्नी रिंकू कंवर ने मंगलवार को एसपी कार्यालय पहुंचकर पति की जान को खतरा बताते हुए सुरक्षा की मांग की है। महिला के अधिवक्ता गुरुप्रीत सिंह सोढी ने बताया कि रिंकू सहस्त्र धारा आयोजन के लिए दूदू स्थित जड़वाता अपने पीहर आई हुई थी।

मंगलवार की सुबह तीन गाड़ियों मे करीब 15-20 लोग उसके घर पहुंचे जो सादा वर्दी में थे लेकिन खुद को पुलिस वाला बता रहे थे। इसके बाद उन्होंने घर में तोड़फोड़ करते हुए धन सिंह का पता पूछना शुरू कर दिया। साथ ही धमकी दी कि या तो धन सिंह का पता बताओ नहीं तो उसका एनकाउंटर कर देंगे। इसके बाद घरवालों ने किसी तरह की सूचना होने से इनकार किया। पता चलने पर कोर्ट में सरेंडर करवाने की बात भी कही। लेकिन, सादा वर्दी में खुद को पुलिसकर्मी बताने वाले लोग नहीं रुके और घर में मौजूद रिंकू के भाई शिवराज व काका प्रभु सिंह समेत चार लोगों को साथ ले गए। रिंकू कंवर ने आरोप लगाते हुए कहा है कि चारों से मारपीट भी की गई।

एक साल पहले अवैध हथियार के साथ हुआ था गिरफ्तार

बता दें कि करीब एक साल पहले भी आरोपी धनसिंह को अजमेर पुलिस ने गिरफ्तार किया था। धन सिंह पर आर्म्स एक्ट के कई मामले दर्ज हैं। इसके अलावा मारपीट, लूटपाट समेत अन्य आरोप भी हैं। कई मामलों में उसकी जमानत भी जब्त हो चुकी है और उस पर इनाम भी घोषित हो चुका है। एक साल पहले गिरफ्तारी के बाद वह जेल से बाहर आने के बाद से गायब है। तब से पुलिस उसकी तलाश कर रही है।

कानूनी तरीके से प्रक्रिया और गिरफ्तारी करे पुलिस

रिंकू कंवर के अधिवक्ता गुरप्रीत सिंह सोढ़ी ने कहा कि खुद को पुलिस बताने वालों का यह रवैया कानूनी तौर पर गलत है। जो व्यक्ति वांछित है उसकी गिरफ्तारी के प्रयास कानून के दायरे में रहकर किए जाने चाहिए। पीड़िता के चार छोटे-छोटे बच्चे हैं। किसी अपराध के लिए जान ले लेना यह गलत है। घर पहुंचकर परिवार को हैरान-परेशान करना भी गलत है। जरूरत पड़ने पर हम पीड़िता को आईजी अजमेर रेंज के समक्ष भी प्रस्तुत करेंगे।