बीकानेर ब्यूरो रिपोर्ट।
खाजूवाला तहसील को अनूपगढ़ जिले की जगह बीकानेर जिले में ही यथावत रखने की मांग को लेकर रविवार सायं नगरपालिका भवन में एक बैठक आयोजित हुई। इसमें खाजूवाला को नवगठित अनूपगढ़ जिले में शामिल नहीं कर बीकानेर जिले में ही यथावत रखने की पुरजोर मांग उठाई गई।
इस संबंध में नगरपालिका भवन में आयोजित हुई बैठक में सरकार के खिलाफ आक्रोश जताया गया। एडवोकेट पुरुषोत्तम सारस्वत ने बताया कि खाजूवाला विकास की दृष्टिकोण से पिछड़ जाएगा। इसलिए सभी जनमानस की राय हैं कि अनूपगढ़ जिले में खाजूवाला को शामिल नहीं किया जाए और बीकानेर जिले में यथावत रखा जाए, अन्यथा उग्र आंदोलन का रास्ता अपनाया जाएगा। गौरतलब रहे कि राज्य सरकार द्वारा 19 जिलों में अनूपगढ़ को जिला बनाया गया, जिसमें खाजूवाला व छतरगढ़ तहसील को अनूपगढ़ जिले में जोड़ा गया हैं। इसलिए अब खाजूवाला के व्यापारियों, जनप्रतिनिधियों, बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं व ग्रामीणों ने चेतावनी दी हैं कि यदि हमारी मांग पूरी नहीं होती है तो हम आगे रणनीति तय कर उग्र आंदोलन करेंगे। दूसरी तरफ सोमवार को बीकानेर जिले में रखने की मांग को लेकर खाजूवाला बंद के साथ-साथ एसडीएम कार्यालय के घेराव की चेतावनी दी गई है। इस दौरान बैठक में बार एसोसिएशन के अधिवक्ता, जनप्रतिनिधिगण व व्यापारी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।
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