भारत देश विकसित राष्ट्र तब बनेगा जब सूचना एवं प्रौद्योगिकी के संसाधन अंतिम पंक्ति तक सर्व सुलभ हो जाएंगे।विज्ञान के बढ़ते प्रभुत्व के इस दौर में यह आवश्यक है कि देश का बच्चा-बच्चा संचार के आधुनिक साधनों से भली भांति परिचित हो। यदि बालक को आरंभ काल से ही संचार विज्ञान की शिक्षा आसानी से मिले तो भारत में छुपी हुई करोड़ो प्रतिभाए विश्व पटल पर देश का नाम जरूर ऊंचा करेगी।सीडब्ल्यूसी चेयरमैन जितेंद्र गोयल ने पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी की जयंती पर झुग्गी झोपड़ी के अंतिम पंक्ति के बच्चों को रावतसर पुलिस के सहयोग से डिजिटल स्लेट्स वितरण के दौरान कही।
राजीव गांधी के स्वप्न डिजिटल इंडिया थीम के तहत हुए कार्यक्रम में वंचित वर्ग के बालक बालिकाएं जिन्हें सीडब्ल्यूसी अध्यक्ष ने विभिन्न संस्थाओं के माध्यम से शिक्षा की ओर अग्रसर किया था उन्हें डिजिटल स्लेट दी गई। स्लेट पाकर उत्सुक बच्चे खुशी से सरोबार हो गए। गोयल ने कहा कि देश में कंप्यूटर क्रांति के प्रणेता व सूचना एवं प्रौद्योगिकी को नए आयाम देने वाले स्वर्गीय राजीव गांधी शिक्षा को ही जीवन का मूल आधार कहते थे। उनकी प्रेरणा से आज भारत विज्ञान के क्षेत्र में विश्व गुरु बना है। कार्यक्रम में कांग्रेस ब्लाक अध्यक्ष देवीलाल मटोरिया ने राजीव गांधी की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए उनसे प्रेरणा लेने का आह्वान किया। इस दौरान काफी संख्या में प्रबुद्ध जन मौजूद रहे।
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