बीकानेर ब्यूरो रिपोर्ट। 

राजस्थान हाईकोर्ट की वर्चुअल बैंच बीकानेर में स्थापित करने के मामले में बीकानेर और जोधपुर के एडवोकेट्स आमने-सामने हाे गए हैं। इस वर्चुअल बैंच का जोधपुर में जहां विरोध हो रहा है, वहीं बीकानेर में जोधपुर के बार एसोसिएशन का विरोध शुरू हो गया है। सोमवार को बीकानेर के वकीलों ने कार्य स्थगित रखा। दरअसल, कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल के माध्यम से बीकानेर में हाईकोर्ट की वर्चुअल बैंच स्थापित करने का प्रयास चल रहा है।

बीकानेर के दोनों बार एसोसिएशन के अध्यक्ष बिहारी सिंह राठौड़ और किशन सांखला ने एक साथ मंच पर आकर विरोध शुरू किया है। सोमवार को बार एसोसिएशन बीकानेर की ओर से जोधपुर और उदयपुर के वकीलों के विरोध में न्यायिक कार्य पूरी तरह से स्थगित रखा गया। बार एसोसिएशन बीकानेर के अध्यक्ष बिहारी सिंह राठौड़ ने बताया कि अभी एक दिन के लिए न्यायिक कार्य स्थगित रखा गया है। यदि जोधपुर और उदयपुर के वकीलों ने बीकानेर में हाई कोर्ट की वर्चुअल बेंच का विरोध जारी रखा तो आगामी रणनीति बनाकर जोधपुर और उदयपुर के वकीलों का खुलकर विरोध करेंगे।

हजारों केस लंबित है जोधपुर में

बीकानेर बार एसोसिएशन ने दावा किया है कि हाईकोर्ट में बीकानेर संभाग के करीब 80 हजार केस लंबित हैं। वरिष्ठ अधिवक्ता ओपी हर्ष का कहना है कि पक्षकारों को न्याय के लिए बार -बार जोधपुर जाना पड़ता है। बार एसोसिएशन बीकानेर पिछले 14 वर्षों से संघर्षरत है। वर्तमान में केंद्रीय विधि मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने बीकानेर संभाग में वर्चुअल हाईकोर्ट की स्थापना के लिए अपनी मंशा जाहिर की है। संभाग के श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, खाजूवाला, रतनगढ़, सुजानगढ़, नोखा, कोलायत, लूणकरणसर, अनूपगढ़, घड़साना, विजय नगर, सूरतगढ़, रायसिंहनगर एवं संभाग की समस्त बार संघ एसोसिएशन ने निंदा की है।